ओडिशा में बुनकरों के लिए कामकाजी ऋण बढ़ाकर 1 लाख रुपये किया गया

भुवनेश्वर: राज्य सरकार ने गुरुवार को बुनकरों को आजीविका और आय संवर्धन (BALIA) योजना के लिए बुनकर सहायता के तहत उनकी कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए दिए जाने वाले ब्याज मुक्त बैंक ऋण को मौजूदा 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया है।

राशि बढ़ाने के हथकरघा, कपड़ा और हस्तशिल्प विभाग के प्रस्ताव को उस दिन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की मंजूरी मिल गई। योजना के तहत बुनकर अपनी आवश्यकता के अनुसार शून्य ब्याज पर बैंक से अधिकतम 1 लाख रुपये तक कार्यशील पूंजी प्राप्त कर सकते हैं।
यह योजना, जो शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लागू की जा रही है, 2021 में मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य बुनकरों और सहायक श्रमिकों को उनके ऋण को पूरा करने के लिए बैंकिंग संस्थानों से पर्याप्त और समय पर सहायता प्रदान करके उनके सामने आने वाले मौजूदा अंतर को पाटना है। लचीले तरीके से कार्यशील पूंजी की आवश्यकता।
हथकरघा जनगणना 2019-20 के अनुसार, राज्य में 66,141 बुनकर परिवारों में 56,569 करघों के साथ 1,24,084 कार्यबल हैं। ऋण राशि बढ़ाने का निर्णय कच्चे माल की लागत में वृद्धि के मद्देनजर लिया गया।