सेंट्रल यूनिवर्सिटी में जलवायु परिवर्तन पर कार्यशाला

अजमेर: ‘जलवायु परिवर्तन और टिकाऊ मुद्दों पर जानकारी को सटीक और जिम्मेदारी से प्रसारित करना भविष्य के मीडिया कर्मियों की जिम्मेदारी है और मानवता की सेवा के लिए अकादमिक धाराओं के बीच की सीमाओं को तोड़ना होगा।’ यह कहना था सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज, नई दिल्ली की महानिदेशक डॉ. वासंती राव का, जो कार्यशाला के दौरान सभा को संबोधित कर रही थीं।

सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज़ की कार्यक्रम निदेशक अनु आनंद ने कहा कि पर्यावरण में बदलाव का आम जनजीवन पर असर अब साफ नजर आने लगा है। इसलिए सतत विकास समय की सबसे बड़ी जरुरत है। कुलपति प्रो. आनंद भालेराव ने यह सुझाव दिया कि पर्यावरण पत्रकारिता जैसे विषयों में विद्यार्थियों को तकनीकी बारीकियों को समझने की जरूरत है। इसके लिए उन्होंने सुझाव दिया कि यह कार्यशाला आयोजित करने वाली संस्थाओं को साथ मिलकर पत्रकारिता की भाषा के प्रशिक्षण पर विशेष पाठ्यक्रम तैयार करना चाहिए ।