सपा-कांग्रेस यूपी में अधिक सीटें लेने के लिए बना रहे दबाव

लखनऊ: लोकसभा चुनाव में अब बस छह महीने ही बचे हैं और यूपी में एनडीए के खिलाफ ‘इंडिया’ गठबंधन बन पाएगा या नहीं इसको लेकर उतार- चढ़ाव, दांव-पेंच देखने को मिल रहे हैं. कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के तेवरों से तल्खी भी है और ‘इंडिया’ गठबंधन के भविष्य को लेकर संशय भी. और अब सपा ने गठबंधन होने की सूरत में पहली बार 65 सीटें अपने पास रखने की बात उछाल दी है. क्या यह कांग्रेस पर दबाव बनाने की रणनीति है या अपने ‘पीडीए’ पर आत्मविश्वास. यह सवाल अब चर्चा में है.
सपा व कांग्रेस यह जता रहे हैं कि वह अपने बूते सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने में सक्षम हैं. ओर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय कह चुके हैं कि उनकी पार्टी सभी 80 सीटों पर तैयारी कर रही है. वहीं, अखिलेश यादव ने अपने लोगों को यूपी की सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार रहने को कहा है. पर उन्होंने गठबंधन बने रहने की गुंजाइश छोड़ रखी है. अगर सपा अपने कहे के हिसाब से 65 सीटें अपने लोगों के लिए रखती है तो बाकी की 15 सीटें क्या कांग्रेस को स्वीकार होंगी. अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि रालोद लोकदल, महानदल, अपना दल कमेरावादी, आम आदमी पार्टी व अन्य सहयोगियों को सीटें सपा अपने कोटे से देगी या कांग्रेस के कोटे से.

सपा ने पूर्व में बसपा के साथ बार और कांग्रेस के साथ बार चुनावी गठजोड़ किया है लेकिन सीट बंटवारे से पहले इतनी तल्खी व दांवपेंच शायद ही पहले हुए हों