छत्तीसगढ़ गौसूल आज़म कमेटी के सदर फुरकान खान और महासचिव नदीम मेमन बने

रायपुर। छ.ग ग़ौसुल आज़म कमेटी के ज़ेरे एहतेमाम 11वी शरीफ के मौके पर ग़ौसुल आज़म कांफ्रेंस व जुलूसे गौसिया मुनअक़िद किया जाता है । पूर्व सदर का कार्येकल पूर्ण होने के कारण नए सदर के मुन्तख़ब के लिए मीटिंग रखी गयी थी । जिसमे आम सहमति से जनाब मोहम्मद फुरकान खान साहब की कार्येशेली को देखते हुए उनको दोबारा 3 साल के लिए छ.ग ग़ौसुल आज़म कमेटी का सदर मुन्तख़ब किया गया।

आपको मालूम होगा कि जुलूस की शुरुआत हज़रत मौलना अकबर अली फारूकी रहमतुल्लाह अलैहे ने 2009 में की थी । उनका मकसद था इस जुलूस के ज़रिए क़ौम को गौसे आज़म के बताए हुए रास्ते पे लाना और क़ौम में तालीमी मयार पैदा करना, इस विषय पर कारी इमरान अशरफी साहब इमाम बैरन बाजार मस्जिद, मौलाना दीन अंजुम साहब इमाम पारस नगर ने रौशनी डाली
मीटिंग में अहम निर्णय लिया गया
➡️ हर मोहल्ले से जुलूस गौसिया निकले और वक़्त पे बैजनाथपारा पहुचे ।
➡️ छ.ग ग़ौसुल आज़म कमेटी कि मोहल्ला कमेटी बनाई जाएगी ।
➡️ क़ौम में तालीमी बेदारी पैदा करने के लिए मोहल्लों का सर्वे किया जाएगा ।
इस मौके पर फाउंडर मेंबर हाजी बदरुद्दीन खोखर , मास्टर इक़बाल शरीफ , हाफिज अब्दुल रज़्ज़ाक अशरफी ,हाफिज जहीरुद्दीन रिज़वी , नदीम मेमन ,डॉ मुजाहिद अली फरूकी , डॉ अतीकुर्रहमान, हसरत खान साथ ही मौजूद थे। शहर के दानिश्वर हज़रात जनाब फ़िरोज़ आलम साहब पारस नगर, पार्षद कामरान अंसारी ,परवेज़ भाई संजय नगर, पत्रकार आदिल अहमद अशरफी , अफ़ज़ल भाई रायपुरा, आबिद भाई नेहरू नगर , जनाब शकील चौहान साहब , रज्जु भाई मौदहापारा ,अय्यूब पारेख साहब आदि लोग मौजूद थे।