इंस्पायर अवॉर्ड के आइडिया देने में झारखंड देश में छठे स्थान पर

राँची: भारत सरकार की ओर से चलाए जा रहे प्रतिष्ठित इंस्पायर अवॉर्ड मानक (मिलियन माइंड्स ऑगमेंटिंग नेशनल एस्पिरेशन एंड नॉलेज) के तहत आइडिया देने के मामले में झारखंड देशभर में छठे स्थान पर है. बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए इसकी शुरुआत की गई है.
झारखंड की ओर से इस वर्ष 40833 छात्रों ने अपने आइडिया का रजिस्ट्रेशन कराया है. झारखंड अपने पड़ोसी राज्य बिहार से इस मामले में आगे है, जबकि ओडिशा से यह पीछे रह गया. बिहार 36399 रजिस्ट्रेशन के साथ नौवें स्थान पर रहा. ओडिशा से 59909 छात्रों ने अपने आइडिया का रजिस्ट्रेशन इंस्पायर अवॉर्ड के लिए कराया है. सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन राजस्थान (8128), कर्नाटक (112744) और छत्तीसगढ़ (777) के विद्यार्थियों ने किया है. झारखंड ने देशभर में छठा स्थान भले ही प्राप्त कर लिया है, फिर भी तय लक्ष्य से वह पीछे रहा. शिक्षा विभाग ने सत्र 2022-23 में रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य 45 हजार रखा था.
मिलेंगे 10-10 हजार रुपए अब भारत सरकार की ओर से विद्यार्थियों द्वारा दिए गए आइडिया की स्क्रूटनी की जाएगी. स्क्रूटनी के बाद चयनित आइडिया को मॉडल का रूप देने के लिए विद्यार्थियों को 10-10 हजार रुपए दिए जाएंगे. साथ ही इसे और बेहतर बनाने के लिए विद्यार्थी, शिक्षकों और अपने राज्यों के नोडल पदाधिकारियों से मदद ले सकेंगे.

2018- सत्र में पहली बार लोहरदगा जिला के सरकारी स्कूल की किरण कुमारी का मॉडल पेटेंट कराया गया था. किरण ने ब्रिज अलार्म बनाया था, जिससे पुल-पुलिया के ऊपर से पानी बहने की स्थति में अलॉर्म बजेगा और फिर कोई गाड़ी दुर्घटना का शिकार होने से बच जाएगी. बीते दो दिन पहले 2020-21 सत्र के लिए जमशेदपुर के डीबीएम इंग्लिश स्कूल के छात्र समर्थ पांडेय का मॉडल पेटेंट कराने के लिए चुना गया है.