पापांकुशा एकादशी पर इन नियमों से करें पूजा

ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत पड़ते हैं लेकिन इन सभी में एकादशी व्रत को बेहद ही खास माना गया है जो कि आज यानी 25 अक्टूबर दिन बुधवार को रखा जा रहा है। पंचांग के अनुसार यह व्रत हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है इस दिन भक्त भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और दिनभर का उपवास भी रखते हैं मान्यता है कि इस व्रत को करने से पीढ़ियों तक के पापों का नाश हो जाता है और जातक को मृत्यु के बाद मोक्ष मिलता है।

ऐसे में एकादशी के शुभ दिन पर पूजा पाठ और व्रत के साथ साथ अगर विशेष नियमों का पालन किया जाए तो भगवान शीघ्र प्रसन्न होकर अपनी कृपा करते हैं और भक्तों के सभी दुख दूर कर देते हैं तो आज हम आपको बता रहे हैं पापांकुशा एकादशी व्रत से जुड़े जरूरी नियम।
एकादशी के दिन करें इन नियमों का पालन—
एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की पूजा को समर्पित किया गया है। जो कि हर माह में दो बार आती है। अभी आश्विन मास चल रहा है और इस माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पापांकुशा एकादशी के नाम से जाना जाता है ऐसे में अगर आप इस दिन उपवास रखकर भगवान विष्णु की पूजा कर रहे हैं तो इस दिन मौन रहकर भगवान का ध्यान करें। मान्यता है कि ऐसा करने से मन, चित्त पवित्र व शुद्ध हो जाता है।
जो लोग आज के दिन उपवास कर रहे हैं उन्हें केवल फलों का ही सेवन करना चाहिए इससे शारीरिक शुद्धता आती है। किसी भी एकादशी पर चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसे वर्जित माना गया है। इसके अलावा एकादशी का व्रत करने वाले दशमी और एकादशी दोनों ही दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें। व्रत रखने वालों को भूलकर भी वाद विवाद नहीं करना चाहिए इस दिन अपशब्द कहने से भी बचना चाहिए।