शारदीय नवरात्रि में करें मां कुष्मांडा के अद्भुत मंदिर के दर्शन
कुष्मांडा मंदिर : देवी साधना का महापर्व नवरात्रि चल रहा है जो कि इस बार 15 अक्टूबर दिन रविवार से आरंभ हो चुका है और समापन 23 अक्टूबर को हो जाएगा। इस दौरान भक्त माता के नौ अलग अलग स्वरूपों की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से माता की कृपा बरसती है।
आज नवरात्रि का चौथा दिन है जो कि माता के चौथे स्वरूप की पूजा को समर्पित किया गया है इस दिन भक्त देवी मां के कुष्मांडा रूप की पूजा करते हैं ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा कानपुर के कुष्मांडा देवी मंदिर के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं जो अपने आप में कई रहस्यों से भरा हुआ है तो आइए जानते हैं इस चमत्कारी मंदिर के बारे में।
मां कुष्मांडा मंदिर—
आपको बता दें कि देवी कुष्मांडा का यह पावन धाम उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के घाटमपुर में स्थित है जो कि सागर कानपुर के बीच घाटमपुर में स्थित है।
मां कुष्मांडा के इस मंदिर में माता पिंडी रूप में विराजमान है जो कि भक्तों की आस्था और विश्वास का मुख्य केंद्र बना हुआ है। बता दें कि इस पवित्र पिंडी से हमेशा पानी रिसता रहता है। माना जाता है कि माता को अर्पित किया जाने वाला पानी कई दुखों और परेशानियों को दूर करता है।
नेत्र रोगियों के लिए यह जल किसी चमत्कार से कम नहीं है माना जाता है कि अगर नेत्र रोगी इस पानी को अपनी आंख पर लगाते हैं तो आंखों से संबंधित सारी बीमारियां दूर हो जाती है और रोशनी प्राप्त होती है। माता के इस पावन स्थल को राजा घाटम देव ने बनवाया था। मान्यता है कि उन्हें सबसे पहले यहां पर माता के दर्शन हुए थे।