अमृत कलश यात्रा के तहत असम के 26,000 से अधिक गांवों से एकत्र की गई मिट्टी दिल्ली के लिए रवाना

असम : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 28 अक्टूबर को बताया कि असम के 26,000 से अधिक गांवों और कस्बों से एकत्र की गई मिट्टी दिल्ली के लिए रवाना हो गई है।
प्लेटफॉर्म एक्स पर सीएम सरमा ने लिखा, “पिछले 5 हफ्तों में असम के 26,098 गांवों और कस्बों से एकत्र की गई मिट्टी आज नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई। पूरे भारत से माटी जल्द ही हमारे शहीदों को एक भव्य श्रद्धांजलि के लिए अमृत वाटिका में जुटेगी।”

शनिवार को नई दिल्ली आगमन के लिए निर्धारित, युवाओं के एक समूह के साथ कई कलशों को असम हाउस के परिसर में सुरक्षित रूप से रखा जाएगा। मुख्यमंत्री सरमा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 31 अक्टूबर को असम के इन कलशों की मिट्टी को देश के विभिन्न हिस्सों की मिट्टी के साथ मिलाया जाएगा।
यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में स्थापित किया जाएगा और इसका उपयोग राष्ट्रीय राजधानी में अमृत वाटिका के निर्माण में किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने उल्लेख किया कि राज्य में वर्तमान में संग्रहीत अतिरिक्त 270 कलशों की मिट्टी का उपयोग गोहपुर में प्रस्तावित विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए किया जाएगा। इस विश्वविद्यालय का नाम शहीद स्वतंत्रता सेनानी कनकलता बरुआ के सम्मान में रखा जाएगा।
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