10 महीने में 34 करोड़ का चालान

गोपालगंज: तीसरी आंख की निगरानी और यातायात पुलिस की कार्रवाई के बावजूद सड़क हादसे में कमी नहीं आ रही है. बीते 10 महीने में यातायात पुलिस ने नियम तोड़ने वाले वाहनों पर 34 करोड़ रुपये का चालान किया, फिर भी दुर्घटनाओं में लोगों की जान जा रही है. पटना में वर्ष 2022 के मुकाबले वर्ष 2023 में जनवरी से अक्टूबर तक ज्यादा सड़क हादसे हुए. इनमें मृतक और घायलाें की संख्या भी ज्यादा है.

हाल के दिनों में बने अटल पथ, जेपी गंगा पथ (मरीन ड्राइव), बाईपास सहित राजधानी के एक्सप्रेस वे पर युवा अंधाधुंध रफ्तार में गाड़ियां चला रहे हैं. इसकी वजह से इन जगहों पर आए दिन सड़क दुर्घटना में लोगों की असमय जान जा रही है, दर्जनों लोग घायल भी हो रहे हैं.
आंकड़े के मुताबिक वर्ष 2022 में जनवरी से अक्टूबर तक पटना शहरी क्षेत्र में 298 सड़क दुर्घटनाएं हुई थी. इसमें 166 लोगों की जान चली गई, जबकि 173 लोग जख्मी हुई थे. इसी अवधि में वर्ष 2023 में पटना की सड़कों पर 310 सड़क दुर्घटनाएं रिकार्ड की गईं. इन हादसों में 185 लोग की मौत हुई जबकि 165 लोग घायल हुए. दरअसल, यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए शहर की सड़कों पर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत सीसीटीवी कैमरे लगए गए हैं. गत महीने से सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से वाहन चालकों का रिकार्ड संख्या में चालान किया जा रहा है. ट्रैफिक एसपी पूरन कुमार झा ने बताया कि यातायात पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. यही कारण है कि अक्टूबर में पटना में इस वर्ष सबसे कम दुर्घटना हुई. यातायात पुलिस जल्द जागरूकता अभियान चलाएगी.
प्रदर्शनी लगाने पर भी विचार किया जा रहा है.