बेटे ने ही पिता की हत्या की रची थी साजिश, शूटरों को 4 लाख की दी थी सुपारी

रांची: रामगढ़ जिले में सीसीएल कर्मी पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है. सीसीएल कर्मी रामजी मुंडा पर जानलेवा हमले का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है. इस मामले में कलयुग के बेटे ने ही अपने पिता की हत्या की साजिश रची थी. उनके पिता की हत्या के लिए उग्रवादियों को 4 लाख रुपये की सुपारी मिली थी. शूटरों को 40 लाख रुपये का चेक मिला. सीसीएल कर्मी रामजी मुंडा के बड़े बेटे अमित मुंडा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस अब शूटरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

बेटे ने ही अपने पिता की हत्या की योजना बनाई.
पतराटो के एसडीपीओ वीरेंद्र चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना की जानकारी देते हुए बताया कि रामजी मुंडा के बड़े बेटे अमित कुमार मुंडा ने अपने पिता की जमीन और नौकरी पाने के लिए अपने पिता की हत्या की साजिश रची. इसके बदले में उसने शूटर को 400,000 रुपये की सुपारी भी चेक से दी थी. रामजी मुंडा के घर के पास बंदूकधारियों ने गोलीबारी की. गोली रामजी मुंडा के कंधे में लगी. उनका इलाज रांची के सैम्फोर्ड अस्पताल में चल रहा है. रामजी मुंडा अब खतरे से बाहर हैं. एसडीपीओ ने कहा कि प्रारंभिक जांच में घटना के पारिवारिक कारण सामने आये हैं. इसके बाद पहली बार अमित मुंडा को गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी. अमित ने स्वीकार किया कि वह घटना में शामिल था. अमित ने दोनों बंदूकधारियों के बारे में भी जानकारी दी. जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रामजी मुंडा की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई
हम आपको बता दें कि रामजी मुंडा सेंट्रल कोल्ड फील्ड (सीसीएल) भुरकुंडा कोलियरी के बांसगढ़ खदान में कार्यरत हैं. 16 नवंबर को 16:00 बजे उनके घर के पास ही अपराधियों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया. जानकारी के अनुसार रामजी मुंडा साइकिल से काम से लौट रहे थे. जैसे ही उन्होंने वहां से उसका पीछा किया, घर से 25 मीटर पहले ही साइकिल सवार दो अपराधियों ने उसे गोली मार दी. रामजी मुंडा को कंधे में गोली लगी. घटना के बाद अपराधी भाग गये. घायल रामजी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की.
एसडीपीओ ने बताया कि घटना के पीछे का कारण यह है कि अमित अपने पिता की जमीन और नौकरी पाना चाहता था. वहीं, अमित ने पूछताछ में पुलिस को यह भी बताया कि उसके पिता का एक महिला से अफेयर था. इसलिए उसे अपने परिवार की परवाह नहीं थी. उनके पिता घर का बिल भी नहीं चुकाते थे. इसलिए गुस्से में ये फैसला लिया गया.