देश में बढ़ रहा आवारा कुत्तों का आतंक, पीएम के पास पहुंचा पत्र

नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने केंद्र सरकार से आवारा कुत्तों को लेकर राष्ट्रीय टास्क फोर्स बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आवारा कुत्तों की समस्या गहरा गई है और इससे निपटने के लिए एक वैज्ञानिक तरीक से सोचने और एक टास्क फोर्स गठित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की पहल से प्रशासन आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने की योजना तैयार कर सकता है।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘आवारा कुत्तों की समस्या से तत्काल निपटने के लिए हमें टास्क फोर्स की जरूरत है। इसके लिए एक नैतिक और वैज्ञानिक तरीके को अपनाने की जरूरत है। हमने पीएमओ के सामने इस मामले की गंभीरता को रखा है।’ बता दें कि वाघ बकरी टी ग्रुप के कार्यकारी निदेश पराग देसाई की मौत के बाद कार्ति चिदंबरम में इस मामले को उठाया है। कुत्तों के हमले की वजह से गिरने के बाद उनकी जान चली गई थी।
49 साल के पराग देसाई सुबह टहलने निकले थे तभी कुछ आवारा कुत्तों ने उनपर हमले की कोशिश की। पराग देसाई गिर गए और उनके सिर पर चोट लगी। उन्हें अहमदाबाद के अस्पातल में 15 अक्टूबर की शाम को भर्ती कराया गया। हालांकि उनके शरीर पर कुत्ते के काटने का कोई निशान नहीं था। अहमदाबाद के शैलबाई अस्पताल के नुताबिक देसाई को जब अस्पताल लाया गया तो उनके सिर पर चोट लगी थी। दिमाग पर चोट आने की वजह से वह बेहोशी की हालत में थे। हालांकि उनके शरीर पर डॉग बाइट का कोई निशान नहीं था।
देसाई को आईसीयू में 72 घंटे रखा गया। वहीं सरखेज पुलिस ने ऐक्सिडेंटल डेथ का केस दर्ज किया था। बता दें कि देसाई कंपनी के दो डायरेक्टर्स में से एक थे। पराग देसाई के साथ पारस देसाई भी कार्यकारी निदेशक हैं। पराग ने अमेरिका से एमबीए किया था। वहीं देश में कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं जब आवारा कुत्तों ने बच्चों की जान ले ली है।