शाही हत्याकांड का संदिग्ध उज्जवल दबोचा गया

बिहार | बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने मुजफ्फरपुर के चर्चित आशुतोष शाही हत्याकांड के संदिग्ध आरोपित उज्जवल को दबोच लिया. उसे पटना जिले के जानीपुर थाना क्षेत्र में बाजार के बाहर मौजूद एक मकान से गिरफ्तार किया गया. उसके पास से 4.5 एमएम का एक अवैध पिस्टल, 6 जिंदा कारतूस और 2 मोबाइल फोन बरामद किया गया है.
उज्जवल के पास से बरामद 4.5 एमएम की पिस्टल से ही आशुतोष शाही की हत्या हुई थी. हालांकि अभी बरामद पिस्टल और मृतक आशुतोष शाही के शरीर से बरामद बुलेट की फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) से जांच कराई जाएगी. इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. अगर यह पूरी तरह से स्पष्ट हो जाता है कि हत्या में उपयोग हुआ पिस्टल एक ही है तो आशुतोष शाही केस में एक अहम तथ्य मिल जाएगा. इसकी मदद से इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता का भी खुलासा हो जाएगा. साथ ही इसमें शामिल अन्य लोगों के नाम भी सामने आ जाएंगे.
मुजफ्फरपुर में आशुतोष शाही की हत्या के बाद वहां की पुलिस ने जानीपुर पुलिस के साथ मिलकर उसके घर पर सघन छापेमारी की थी, लेकिन उस समय वह फरार हो गया था. इसके बाद से वह लगातार फरार ही चल रहा था. उज्जवल उर्फ अवनीश मूल रूप से पटना जिले के जानीपुर थाना क्षेत्र के भेलुरा रामपुर गांव का है. उसके साथ उसके खास सहयोगी शिवम उर्फ गोलू को भी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है.

गोलू भी उसके साथ कई अपराध में भागीदार रहा है. उज्जवल पर अपनी ही पंचायत रामपुर फरीदपुर के भूतपूर्व मुखिया नीरज कुशवाहा की हत्या का आरोप है. इस बार के चुनाव में जीतने के बाद नीरज मुखिया बने थे, लेकिन कुछ ही दिन बाद उनकी हत्या कर दी गई. इस हत्या में उज्जवल मुख्य आरोपित है और उसका हाथ ही इसके पीछे माना जाता है. कुछ समय बाद जब इस पंचायत में उप-चुनाव कराए गए, तो उज्जवल की मां चंचल देवी यहां की मुखिया बनी. बताया जाता है कि मुखिया बनाने में उसकी भूमिका काफी अहम रही है. उसके खिलाफ पटना जिले के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी समेत अन्य कई मामले दर्ज हैं.
दूसरी तरफ, औरंगाबाद जिले के नगर थाना क्षेत्र से छापेमारी करके कुख्यात हथियार तस्कर धनंजय कुमार को गिरफ्तार किया. वह मूल रूप से जिले के ओबरा थाने के मखरा गांव का रहने वाला है. उसके पास से 600 राउंड 7.65 एमएम की गोली, 0 राउंड .30 राउंड की गोली, 7.65 एमएम की एक देसी पिस्टल, 2 मैगजीन, 12 हजार रुपये नगद, 2 मोबाइल और एक चार चक्का गाड़ी बरामद की गई है. औरंगाबाद पुलिस को हथियार की तस्करी के मामले में काफी समय से इसकी तलाश थी.