डॉक्टरों के लिए ग्रामीण सेवा अनिवार्य नहीं, कर्नाटक कैबिनेट का फैसला

बेंगलुरु: कर्नाटक कैबिनेट ने गुरुवार को एक अध्यादेश जारी करने का फैसला किया, जो स्नातक डॉक्टरों के लिए ग्रामीण सेवा को अब अनिवार्य नहीं बनाएगा। वर्तमान में, उम्मीदवारों द्वारा पूर्ण चिकित्सा पाठ्यक्रम अधिनियम के तहत कर्नाटक अनिवार्य सेवा के तहत, सभी एमबीबीएस, स्नातकोत्तर और सुपर स्पेशियलिटी स्नातकों को ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में अनिवार्य रूप से एक वर्ष की सेवा करनी होगी।

पत्रकारों को जानकारी देते हुए कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री एच के पाटिल ने कहा कि अध्यादेश लागू होने के बाद एमबीबीएस और पीजी मेडिकल छात्रों के लिए ग्रामीण सेवा अनिवार्य नहीं होगी। ग्रामीण सेवा सरकार में रिक्त पदों की संख्या तक ही सीमित रहेगी।
पाटिल ने बताया कि यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि ग्रामीण सेवा के लिए आवेदकों की संख्या सरकारी अस्पतालों में रिक्तियों से कहीं अधिक थी। उन्होंने कहा, “इस कदम से सरकार वित्तीय बोझ को कम कर रही है और साथ ही मानव संसाधनों को तर्कसंगत बना रही है।”
अनिवार्य ग्रामीण सेवा के तहत, एमबीबीएस छात्रों को 62,666 रुपये मासिक वेतन दिया जाता है, एमडी/एमएस छात्रों को लगभग 70,000 रुपये और सुपर स्पेशियलिटी छात्रों को 72,800 रुपये मिलते हैं। वर्तमान में, अनिवार्य ग्रामीण सेवा नहीं लेने वाले मेडिकल छात्रों पर 15-30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाता है।
2023-24 शैक्षणिक वर्ष में 6,766 एमबीबीएस और पीजी मेडिकल छात्रों ने ग्रामीण सेवा के लिए पंजीकरण कराया है। इन सभी को समायोजित करने पर सरकारी खजाने पर 290.4 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2023-24 में 3,251 एमबीबीएस छात्रों ने ग्रामीण सेवा के लिए पंजीकरण कराया है जबकि 1,897 पद खाली हैं। बाकी को समायोजित करने के लिए सरकार को अतिरिक्त 1,354 पद सृजित करने पड़े, जिससे 101.82 करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ पड़ेगा।
साथ ही, 2023-24 शैक्षणिक वर्ष के लिए, 1,270 रिक्त पदों के लिए 3,515 पीजी छात्रों ने पंजीकरण कराया है। इसके लिए 188.58 करोड़ रुपये की लागत से अतिरिक्त 2,245 पद सृजित करने की आवश्यकता होगी। पाटिल ने बताया कि अब से, सरकार योग्यता के आधार पर ग्रामीण सेवा के लिए उम्मीदवारों की नियुक्ति करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार अगले दो महीनों में सरकारी अस्पतालों में सभी रिक्तियों को भरने की भी योजना बना रही है।
नोट- खबरों की अपडेट के लिए जनता से रिश्ता पर बने रहे |