पाकिस्तान के साथ सुधरने चाहिए रिश्ते, लिटफेस्ट के दौरान बोले पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर

हिमाचल | खुशवंत सिंह लिटफेस्ट में शिरकत करने पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने ‘दिव्य हिमाचल’ से बातचीत करते हुए बताया कि वर्ष 2015 में मेरे घर पर एक पार्टी थी, जिसमें मेरे फॉलोअर्स ने कहा कि मैं अपने जीवन के सफर पर कोई किताब लिखूं। इस पार्टी में सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। उन्होंने भी कहा कि आप जरूर अपने बारे में कोई किताब लिखें। मैंने उस समय सोच लिया कि मैं अपने जीवन पर जरूर कुछ लिखूंगा। मैंने चार साल पहले लिखना शुरू किया है और दिसंबर, 2024 तक यह किताब पूरी कर लूंगा। उन्होंने बताया कि मुझे बहुत बार पाकिस्तान जाने के मौके मिले। मेरा वहां के लोगों ने हमेशा सम्मान किया।

हमारे पाकिस्तान के साथ रिश्ते बेहतर होने चाहिएं। इसमें दोनों देशों की तरक्की होगी। भारत विश्व में तीसरी शक्ति के रूप में उभर रहा है। इसलिए हमें पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने की जरूरत है। भारत की जिस विविधता के आधार बुनियाद बनाई गई थी, पीएम मोदी उसे बदलना चाहते हैं। हमारा देश धर्मनिरपेक्ष देश है, यहां सभी धर्म जाति के लोग रहते हैं। इस देश में सभी को समान रूप से रहने और जीने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि मोदी पिछले 10 वर्षों में नेहरू व गांधी परिवार के पीछे लगे हुए हैं, जो गलत है। मेरा मानना है कि मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में आगे लाने में आरएसएस की प्रमुख भूमिका रही है। अब विपक्ष एक होकर मोदी को हटाने का कार्य कर रहा है। विपक्ष को बड़ी चुनौती के साथ इस पर एकजुटता से 2024 के चुनावों में उतरना होगा। उन्होंने कहा कि मुझे कई बार खुशवंत सिंह लिटफेस्ट में आने का मौका मिला, जहां साहित्यकारों ने अपने विचार रखते हैं।
मोदी पॉवरफुल प्रधानमंत्री, पर फिर भी हराए जा सकते हैं
मणिशंकर अय्यर ने माना कि मोदी बहुत शक्तिशाली प्रधानमंत्री हैं, परंतु ऐसा नहीं है कि उन्हें हराया नहीं जा सकता। लोगों में मोदी को हटाने की एक लहर दौड़ चुकी है जो अगले 2024 के चुनाव में पूरी हो जाएगी। इंडिया एलायंस की ही जीत होगी। उन्होंने बताया कि मुझे स्वर्ण मंदिर में हुए ब्लू स्टार पर एक फि़ल्म बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। यह मेरे जीवन में सबसे ज्यादा चुनौती वाला सफर रहा है। कांग्रेस ने सिख समुदाय से ज्ञानी जैल सिंह को राष्ट्रपति बनाया और सिख धर्म से ही डा. मनमोहन सिंह को 10 वर्ष प्रधानमंत्री बनाया है, लेकिन कुछ अलगाववादी ताकतों ने सिखों को कांग्रेस पार्टी के खिलाफ कार्य करने के लिए बहकाया था। उन्होंने बताया कि मेरी पत्नी स्वयं सिख समुदाय से हंै।