अस्पताल के बेसमेंट में मौत का तांडव, एक के बाद एक 3 जान गई, जानकर कांप जाएंगे

नई दिल्ली: दिल्ली के रणहौला स्थित निजी अस्पताल के टैंक में सबमर्सिबल पंप ठीक करने उतरे इंजीनियर समेत तीन लोगों की मौत हो गई। घटना शुक्रवार दोपहर की है। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए डीडीयू अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है। विकास नगर में कमांडर अस्पताल है। इसके कुछ हिस्से में निर्माण जारी है। साथ ही इलाज भी चल रहा है। अस्पताल के बेसमेंट में करीब 14 फीट लंबा और छह फीट गहरा पानी का टैंक बना है। इसी टैंक में सबमर्सिबल पंप लगा है, जिसमें कुछ खराबी आ गई थी। इसे ठीक करने के लिए हस्तसाल निवासी प्लंबर कुंवर पाल को बुलाया गया।

कुंवर पाल अपने 20 साल के बेटे रमन को साथ लेकर अस्पताल पहुंचा। अस्पताल के इलेक्ट्रिक इंजीनियर सर्वेश की अगुवाई में दोनों बेसमेंट में पहुंचे। बताया जाता है कि टैंक के भीतर जाने के लिए चार फीट लंबा और चार फीट चौड़ा रास्ता बना है। इसी से होकर पहले कुंवर पाल अंदर गया। जब कुछ हलचल नहीं हुई तो रमन भी अंदर गया, वह भी बेहोश हो गया। जब दोनों पिता-पुत्र ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो 59 वर्षीय सर्वेश भी अंदर चला गया। जब तीनों बाहर नहीं आए तो बेसमेंट में मौजूद लोगों ने शोर मचाया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन की तरफ से पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अस्पताल की तरफ से करंट लगने की सूचना मिली थी। इसके बाद दमकल, पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंच गई। पहले विद्युत आपूर्ति बाधित कर टैंक से पानी निकाला गया। करीब दो घंटे बाद दमकल कर्मियों ने तीनों को बाहर निकाला। फिर इन्हें डीडीयू अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
डीसीपी जिमी चिराग ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। घटनास्थल को सील कर दिया गया है। इसके अलावा क्राइम और फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि दोनों पिता-पुत्र को किसने बुलाया था और अस्पताल की देखरेख का जिम्मेदार कौन है। पुलिस एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
अस्पताल के बाहर कुंवरपाल की पत्नी राजकुमारी देवी बदहवास हालत में दिखाई दीं। राजकुमारी ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे अस्पताल से उनके पति को फोन आया था। फोन करने वाले ने पंप ठीक करने के लिए बुलाया था। इसके बाद वह चले गए। चूंकि बेटा रमन भी प्लंबर का काम सीख रहा था। इसलिए कुंवरपाल उसे भी साथ लेकर चले गए।