राष्ट्रपति ने एम्स के टॉपरों को दिये गोल्ड मेडल

बिहार | एम्स के प्रथम दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने टॉपर विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया. इस मौके पर आयोजित समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि चिकित्सकों से समाज को बड़ी उम्मीदें होती हैं और उस पर खरा उतरना हर चिकित्सक के लिए बड़ी चुनौती होती है.

उन्होंने कहा कि डिग्री लेने वाले डॉक्टर बड़े भाग्यशाली हैं कि उन्होंने एम्स से उत्तीर्णता हासिल की है. एम्स एक प्रतिष्ठित संस्थान है और इसकी अपनी विरासत और परम्पराएं हैं. राज्यपाल ने डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से कहा कि उनके आचरण एवं सेवा भाव से इस संस्थान की विशिष्टता परिलक्षित होनी चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत शिक्षा का अंत नहीं होता है. डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को निरंतर नये विषयों को सीखते हुए देश एवं समाज हित में उनका उपयोग करना चाहिए. उन्होंनेे छात्र-छात्राओं को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. कहा कि आगे भी वे निष्ठा व समर्पण के साथ समाज की सेवा करें.
विद्यार्थियों के अभिभावक भी मौजूद रहे
पटना एम्स के पहले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छह टॉपरों को मेडल देकर सम्मानित किया. उनमें पांच छात्राएं हैं. एम्स ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अलावा राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रविण पवार, एम्स अध्यक्ष डॉ. सुब्रत सिन्हा, कार्यपालक निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल भी मौजूद रहे. इससे पहले समारोह में विद्वत परिषद की शोभायात्रा में सभी अध्यापकगण, निदेशक मंडल, राज्यपाल शामिल हुए. इस मौके पर डिग्री पाने विद्यार्थियों के अभिभावक भी मौजूद रहे. पटना एम्स संस्थान निकाय अध्यक्ष प्रो. डॉ. सुब्रत सिन्हा ने समारोह में मौजूद अतिथियों का स्वागत किया.
सात टॉपरों में छह छात्राएं
● डॉ. इंशा-एमबीबीए बेस्ट ग्रेजुएट 17
● डॉ. श्वेता सिंह – एमबीबीए बेस्ट ग्रेजुएट 18
● मोनिका – बीएससी नर्सिंग 16
● आकृति- बीएससी नर्सिंग
● डॉ. रिया राय – कम्युनिटी एंड फैमिली मेडिसिन विभाग
● डॉ. स्वाति – पैथोलॉजी विभाग
● डॉ. चरण तेजा – अस्थि रोग विभाग
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