अधिकारियों ने बताया कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजनाओं में तेजी लाएँ

जालंधर के उपायुक्त विशेष सारंगल ने आज ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के अधिकारियों को जिले में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), चरण- II के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया।

एक बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले के 813 गांवों में इन परियोजनाओं के लिए 439 लाख रुपये की धनराशि पहले ही प्राप्त हो चुकी है। 122 परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है।
सारंगल ने अधिकारियों को साप्ताहिक आधार पर व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करने के अलावा, गांवों में चल रहे ठोस कचरा प्रबंधन परियोजनाओं की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए भी कहा ताकि उन्हें निर्धारित समय के भीतर पूरा किया जा सके।
डीसी ने कहा कि बचे हुए गांवों को जल्द से जल्द ठोस कचरा प्रबंधन परियोजनाओं के तहत कवर किया जाएगा ताकि घर-घर से कचरे को एकत्र करने के बाद वैज्ञानिक तरीके से निपटान सुनिश्चित किया जा सके।
गांव के तालाबों को रिचार्ज करने के लिए बनाए जा रहे डी-सिल्टिंग चैंबरों की प्रगति का जायजा लेते हुए डीसी ने अधिकारियों से काम को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने को कहा क्योंकि इससे भूजल स्तर को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
डीसी ने कहा कि शिक्षा, ग्रामीण विकास और पंचायत सहित अन्य संबंधित विभागों को शामिल कर जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए, ताकि लोगों के सहयोग से गांवों में कूड़ा निस्तारण की समस्या का समाधान किया जा सके।
बैठक में एडीसी (डी) वरिंदरपाल सिंह बाजवा, एक्सईएन जल सप्लाई एवं सेनिटेशन विभाग और सभी बीडीपीओ भी मौजूद थे।