एनईआर में अब रोज 25 हजार किमी ज्यादा चल रहीं ट्रेनें

उत्तरप्रदेश | कोविड काल के बाद एनई रेलवे के यातायात क्षेत्र में अहम बदलाव हुए हैं. 2021-22 की तुलना में 2022-23 में एनईआर में ट्रेनें रोजाना 5, या 15 हजार नहीं बल्कि 25 हजार किलोमीटर अधिक चल रही हैं.
आंकड़ों पर नजर डालें तो 2021-22 में एनईआर में जहां ट्रेनों ने 2.8 करोड़ किलोमीटर का सफर पूरा किया, वहीं 2022-23 में यह यात्रा 3.7 करोड़ किलोमीटर रही. दरअसल यात्रियों की सुविधा के लिए साल 2021-22 की तुलना में इस बार 6000 ट्रेनें अधिक चलीं. पिछली बार जहां यात्रियों के लिए कुल 54 हजार ट्रेनें चलीं वहीं इस बार 60 हजार चलीं. ट्रेनों की रफ्तार आगे भी जारी रही और 2023 में अप्रैल से जुलाई तक 1.07 करोड़ किलोमीटर चलकर यात्रियों को उनके गन्तव्य तक पहुंचाया.

2022 में जहां रोजाना औसत यात्रियों की संख्या 40 से 45 हजार के बीच थी वही इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 55 से 60 हजार हो गई है. यात्रियों की बढ़ती संख्या और ट्रेनों की संख्या को देखते हुए ही स्टेशन के रीमॉडलिंग का प्लान तैयार किया गया है.
एकल ट्रेनें भी बढ़ीं, स्पेशल में भी हुआ इजाफा
2021-22 की तुलना में 2022-23 में हजार या दो हजार नहीं बल्कि छह हजार ट्रेनें अधिक चलीं. ये ट्रेनें स्पेशल और एकल ट्रेनों के रूप में रहीं. दरअसल पहले जहां खाली बोगियों को बंद कर वापस भेजा जाता था वहीं एनईआर ने ऐसी ट्रेनों को एकल यात्री ट्रेन के रूप में चलाया जिससे यात्रियों को काफी सहूलियत हुई.
एलएचबी कोच भी मददगार
सात साल पहले महज 20 एलएचबी बोगियों वाले एनई रेलवे के पास अब 1450 एलएचबी बोगियां हैं. हमसफर से लेकर लगभग सभी प्रमुख ट्रेनें अब एलएचबी बोगियों से लैस हो गई हैं. रेलवे ने अपनी हाल में ही जारी रिपोर्ट में बताया है कि एलएचबी बोगियों से जहां यात्रा सुगम हुई है वहीं स्पेशल ट्रेनों की संख्या भी बढ़ी है. एलएचबी बोगियों की वजह से ट्रेन सीट की संख्या में भी आठ से फीसदी तक इजाफा हुआ है. गोरखपुर से चलने वाली लगभग सभी प्रमुख ट्रेनों में एलएचबी बोगियां लगाई जा चुकी हैं. कुछ ट्रेनें बाकी रह गई है उनमें भी चार से छह महीने के अंदर कोच लगा दिए जाएंगे.
यात्रियों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए, रेलवे द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया जा रहा है. इसके फलस्वरूप ज़्यादा संख्या में यात्री ट्रेनों का संचालन संभव हो सका है, जिससे ज्यादा से ज़्यादा यात्री रेल यात्रा का लाभ उठा पा रहे हैं.
पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी