डायन के संदेह में भाई ने ले ली भाई की जान

रांची : झारखंड में आज भी डायन कुप्रथा का बोलबाला है. आज भी झारखंड में डायन के नाम से लोगों को जान गंवाना पड़ा रहा है. सरायकेला जिले में बीते रात डायन के संदेह में एक भाई ने भाई की जान ले ली. मामला सरायकेला थाना क्षेत्र के हड़ुआ गांव का है. जहां एक भाई ने लकड़ी के कुन्दे से अपने बड़े भाई की हत्या कर दी. हालांकि, हत्यारे भाई ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. मृतक की पहचान साधु पूर्ति (70 वर्षीय) के रूप में हुई है. हत्यारे भाई का नाम विशु पूर्ति बताया जा रहा है.

मृतक की बेटी ने बताया कि उसका चाचा उसकी मां को डायन कहता था. इसको लेकर कई बार घर में विवाद हो चुका था. रात में उसके चाचा उसकी मां को डायन बताकर मारने आया था. बीच-बचाव करने गए उसके पिता के सर पर लकड़ी के कुन्दे से हमला कर दिया जिसमे. वे बुरी तरह से घायल हो गए और मौके पर ही दम तोड़ दिया.
बीच-बचाव करने में गई जान
वहीं, गांव के मुखिया ने बताया कि दोनों भाइयों के बीच संपत्ति विवाद रहा था. मगर जब मामला यहां पहुंचा तो मामला डायन प्रताड़ना का निकला. घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई हैय सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अर्जुन उरांव दल बल के साथ हड़ुआ गांव पहुंचे और मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गये है.
पद्मश्री छुटनी महतो के गृह जिले में डायन बिसाही मामला
इधर, शासन-प्रशासन पर डायन कुप्रथा के उन्मूलन को लेकर चलाये जा रहे अभियान पर भी कई सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, जिस छुटनी महतो को डायन कुप्रथा से लड़ने के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया, उसी छुटनी महतो के गृह जिले से डायन के नाम पर हत्या का मामला सामने आया है. बता दें, डायन कुप्रथा के उन्मूलन और डायनों के नाम पर प्रताड़ित महिलाओं के हितों की रक्षा करने को लेकर साल 2021 का पद्मश्री सम्मान सरायकेला के छुटनी महतो को मिला था.
अपने आप में यह गौरव की बात है. लेकिन हैरानी तब होती है जब छुटनी महतो के जिले से डायन प्रताड़ना और हत्या जैसे मामले सामने आते हैं. इतना ही नहीं स्थानीय पुलिस-प्रशासन भी ऐसे मामलों में संवेदनशीलता नहीं दिखाती है और पीड़ित के शिकायतों पर गंभीरता नहीं दिखाती है.