पांच साल बाद लखनऊ महोत्सव की वापसी होगी

लखनऊ: राज्य की राजधानी की कला और संस्कृति का जश्न मनाने वाला लखनऊ महोत्सव आखिरकार पांच साल के अंतराल के बाद वापस आएगा।

आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि सांस्कृतिक समारोह का आयोजन 25 नवंबर से 5 दिसंबर तक आशियाना में अपने पुराने स्थान – कांशी राम स्मृति उपवन में किया जाएगा।
10 दिवसीय कार्यक्रम में हस्तशिल्प प्रदर्शनियों के अलावा स्थानीय/अंतर्राष्ट्रीय और बॉलीवुड कलाकारों के प्रदर्शन, फूड स्टॉल, मुशायरे, कवि सम्मेलन, युवा महोत्सव और अन्य प्रतियोगिताओं का बहुरूपदर्शक होगा।
इस वर्ष महोत्सव में नौकायन नया आकर्षण होगा।
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा, “अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो पर्यटन विभाग महोत्सव को वित्तपोषित करेगा और जिला प्रशासन 25 नवंबर से 5 दिसंबर तक आशियाना के कांशीराम स्मृति उपवन में इसका आयोजन करेगा।”
पर्यटन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अन्य प्रमुख आकर्षण होंगे ब्रज, अवधी और बुंदेली लोकगीत। महोत्सव के प्रत्येक टिकट की कीमत 20 रुपये होगी, जबकि बच्चों का प्रवेश निःशुल्क होगा।
अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय/मुगलई व्यंजन, एक्का-तांगा रेस, विंटेज कार रैली, कबड्डी, पतंगबाजी, कुश्ती, नाटक प्रतियोगिताओं के साथ-साथ लखनऊ के पारंपरिक शिल्प जैसे चिकनकारी, जरदोजी और सिल्वर फ़ॉइल वर्क भी आगंतुकों के लिए आकर्षण होंगे।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से हस्तशिल्प और कारीगरों के स्टालों के अलावा पूरे उत्तर प्रदेश से विभिन्न उत्पादों के 1,000 स्टाल लगाने का लक्ष्य है।
‘एक जिला एक उत्पाद’ के विशेष दायरे की भी योजना बनाई गई है।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर लखनऊ महोत्सव को पहली बार 2019 में रद्द कर दिया गया था और फिर इसे जनवरी 2020 तक बढ़ा दिया गया था, लेकिन फरवरी में आगामी डिफेंस एक्सपो कार्यक्रम के कारण इसे रद्द कर दिया गया था।
बाद में महामारी के कारण आयोजन नहीं हो सका।