फाउंटेन पेन को जिंदा रखना

जनता से रिश�?ता वेबडेस�?क | डिजिटल य�?ग में, फाउंटेन पेन फैशन से बाहर हो ग�? हैं और इलेक�?ट�?रॉनिक उपकरणों ने इसकी जगह ले ली है, लेकिन आज भी क�?छ प�?राने फाउंटेन पेन कलेक�?टर हैं जो उत�?साहपूर�?वक इन पेन की देखभाल करते हैं। 16 वर�?षीय आदर�?श लक�?ष�?मण �?से ही �?क संग�?रहकर�?ता हैं और उनके संग�?रह में सौ से अधिक प�?राचीन कलम हैं। द हंस इंडिया से बात करते ह�?�?, बारहवीं कक�?षा के छात�?र, आदर�?श लक�?ष�?मण ने कहा कि उनके दोनों दादाजी को विशेष रूप से उनके 40 और 50 के दशक के दौरान फाउंटेन पेन इकट�?ठा करने का शौक था, जो लगभग उसी समय था जब भारतीय पेन को इस�?तेमाल करने के लि�? प�?रोत�?साहित किया गया था। स�?वदेशी उत�?पादों की बह�?त आवश�?यकता थी। फाउंटेन पेन उद�?योग उस समय पूरे देश में फैल गया था, जिसमें राजाम�?ंदरी के रत�?नम और गाइडर, तेनाली के प�?रसाद और अशोक, आगरा के दयाल बाग, बंगाल में स�?लेखा, म�?ंबई में विल�?सन जैसे कई अन�?य शामिल थे। कोलकाता से कोयम�?बटूर तक, उन सभी ने भारत के लि�? �?क व�?यवहार�?य स�?वदेशी उद�?योग को आकार देने में मदद की और इन कलमों के लि�? उनके दादाजी के ज�?नून ने उन�?हें उनके नक�?शेकदम पर चलने के लि�? प�?रेरित किया। आदर�?श ने विभिन�?न पिस�?सू बाजारों और स�?टेशनरी की द�?कानों पर जाकर कलमों को इकट�?ठा करने और मरम�?मत करने से अपनी यात�?रा श�?रू की, जहां इन कलमों को अक�?सर उपेक�?षित और उपेक�?षित किया जाता था। उन�?होंने न केवल अपनी ख�?शी के लि�? फाउंटेन पेन �?कत�?र कि�?, बल�?कि राधिकनाथ साहा, जीडी नायडू, केवी रत�?नम जैसे राष�?ट�?र निर�?माताओं और उद�?योग के दिग�?गजों को सम�?मानित करने के लि�? भी, जिन�?होंने हमारे देश के औद�?योगिक क�?षेत�?र को आकार दिया और �?क आत�?मनिर�?भर भारत के लि�? योगदान दिया। उन�?होंने सौ से अधिक पेन �?कत�?र कि�? हैं और उनमें से लगभग सभी भारतीय निर�?मित हैं और सेल�?य�?लाइड, �?बोनाइट, प�?लास�?टिक और �?क�?रेलिक से बने हैं। इन पेन में स�?याही भरने के लि�? अलग-अलग तंत�?र होते हैं, क�?छ पेन में जलाशय होता है, अन�?य में पिस�?टन होता है तो कार�?ट�?रिज वाले होते हैं। आदर�?श ने रत�?नम, ग�?इडर और प�?रसाद सहित ब�?रांडों से पेन �?कत�?र कि�? हैं। फाउंटेन पेन कैसे अधिक प�?रभावी हैं, इस पर जोर देते ह�?�? उन�?होंने कहा, “आजकल छात�?र आमतौर पर बॉलपॉइंट पेन या जेल पेन का उपयोग करते हैं। जबकि ये पेन अपने उद�?देश�?य को अच�?छी तरह से पूरा करते हैं, फाउंटेन पेन के अन�?य अतिरिक�?त लाभ हो सकते हैं जैसे कि ठीक मोटर कौशल को बढ़ावा देना, बढ़ावा देना अपने सामान की देखभाल करने की भावना और यकीनन, बेहतर लिखावट और जब यह सब �?क साथ हो।” वह कहते हैं कि वे हमें अधिक आराम से लिखने की शैली विकसित करने में भी मदद करते हैं, जो हमारे हाथों को थका देने से रोकता है जिससे लंबे समय तक लिखने की अन�?मति मिलती है, जिससे वे छात�?रों के लि�? और भी फायदेमंद हो जाते हैं।

जनता से रिश�?ता इस खबर की प�?ष�?टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध�?यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प�?रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश�?ता खबर की सच�?चाई को लेकर कोई आधिकारिक प�?ष�?टि नहीं करता है।

CREDIT NEWS: thehansindia


R.O. No.12702/2
DPR ADs

Back to top button
रुपाली गांगुली ने करवाया फोटोशूट सुरभि चंदना ने करवाया बोल्ड फोटोशूट मौनी रॉय ने बोल्डनेस का तड़का लगाया चांदनी भगवानानी ने किलर पोज दिए क्रॉप में दिखीं मदालसा शर्मा टॉपलेस होकर दिए बोल्ड पोज जहान्वी कपूर का हॉट लुक नरगिस फाखरी का रॉयल लुक निधि शाह का दिखा ग्लैमर लुक