अनाथ और निराश�?रित महिलाओं के लि�? सरकार ने 101 करोड़ र�?पये का कोष स�?थापित किया
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जनता से रिश�?ता वेबडेस�?क। अनाथों और निराश�?रित महिलाओं को न�? साल के तोहफे में स�?खविंदर सिंह स�?क�?खू की सरकार ने उनकी उच�?च शिक�?षा, व�?यावसायिक शिक�?षा और समग�?र वित�?तीय भलाई को प�?रायोजित करने के लि�? 101 करोड़ र�?पये का कोष स�?थापित किया है।
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माता-पिता का संबंध
यह सरकार और लाभार�?थियों के बीच अभिभावक-बच�?चे के संबंध की तरह होने जा रहा है। सरकार लाभार�?थियों को पॉकेट मनी देगी और छ�?ट�?टी के लि�? भी भ�?गतान करेगी। हम नहीं चाहते कि ये बच�?चे यह महसूस करें कि उनकी देखभाल करने वाला या उनकी जरूरतों का ख�?याल रखने वाला कोई नहीं है। स�?खविंदर स�?खू
“हमने तत�?काल प�?रभाव से 101 करोड़ र�?पये के परिव�?यय के साथ म�?ख�?यमंत�?री स�?खाश�?रय सहायता कोष की स�?थापना की है। मेरी सरकार अनाथों और निराश�?रित महिलाओं, समाज के सबसे उपेक�?षित वर�?ग, की संरक�?षक बनेगी, “म�?ख�?यमंत�?री ने आज यहां योजना की घोषणा करते ह�?�? कहा।
स�?क�?खू ने कहा, “और यह दया से नहीं है कि हम योजना श�?रू कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है कि वे किसी भी अन�?य व�?यक�?ति की तरह �?क गरिमापूर�?ण और देखभाल के लि�? जीवन जी�?ं।”
भले ही सूक�?ष�?म विवरणों पर काम किया जाना अभी बाकी है, इस योजना का उद�?देश�?य मोटे तौर पर अनाथ बच�?चों और निराश�?रित महिलाओं की वित�?तीय जरूरतों का ध�?यान रखना है, जब तक कि वे कमाई करना श�?रू नहीं कर देते। प�?लस II के बाद उनकी पसंद के किसी भी स�?ट�?रीम या संस�?थान में उनकी उच�?च शिक�?षा के वित�?तपोषण के अलावा, फंड उनकी दैनिक जरूरतों का भी ध�?यान रखेगा।
“यह सरकार और इस योजना के लाभार�?थियों के बीच �?क अभिभावक-बच�?चे के संबंध की तरह होने जा रहा है। सरकार लाभार�?थियों को पॉकेट मनी भी प�?रदान करेगी, अगर बच�?चा चाहता है तो छ�?ट�?टी के लि�? भ�?गतान करें। हम नहीं चाहते कि ये बच�?चे यह महसूस करें कि उनकी देखभाल करने वाला या उनकी ज़रूरतों का ख�?याल रखने वाला कोई नहीं है,” स�?क�?खू ने कहा।
अधिकारियों के अन�?सार, लगभग 6,000 बच�?चों और निराश�?रित महिलाओं की पहचान की गई है, जो इस योजना से लाभान�?वित होंगे।
म�?ख�?यमंत�?री के रूप में शपथ लेने के त�?रंत बाद स�?क�?खू शिमला के टूटीकंडी स�?थित बालिका आश�?रम ग�? थे। “जब मैं स�?कूल में था, तो �?क अनाथालय से �?क लड़का आता था। मैंने उससे दोस�?ती की और अक�?सर उसे घर ब�?लाता। तब म�?�?े �?हसास ह�?आ कि वे प�?यार और स�?नेह से कितने वंचित हैं और उनकी देखभाल करने की क�?या जरूरत है, “स�?खू ने कहा।
स�?क�?खू ने स�?वीकार किया कि 101 करोड़ र�?प�? कमाना आसान नहीं था लेकिन इसे करना ही था। “सरकार के योगदान के अलावा, हम सी�?सआर के लि�? जा�?ंगे। साथ ही, सभी
कांग�?रेस के 40 विधायक �?क-�?क लाख इस कोष में देंगे। हम भाजपा विधायकों से भी सहयोग करने का अन�?रोध करेंगे।’