दरोगा के बेटे ने मौत को लगाया गले, परेशान था पुलिस में नौकरी नहीं लगने से

यूपी। कानपुर पुलिस लाइन में तैनात बैडमिंटन चैंपियन दरोगा के बेटे ने शनिवार शाम सेन पश्चिमपारा स्थित घर में फांसी लगाकर जान दे दी। कई बार कोशिश के बावजूद पुलिस की नौकरी न मिलने और कुछ समय पहले पत्नी के छोड़कर चले जाने के बाद पिछले कुछ समय से वह डिप्रेशन में चल रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

मूलरूप से यूपी के बस्ती जिले के रहने वाले दीन दयाल तिवारी यूपी पुलिस में दरोगा हैं। वर्तमान में वह पुलिस लाइन में तैनात हैं। शनिवार शाम उनके बड़े बेटे 24 वर्षीय सौरभ तिवारी ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव सेन पश्चिमपारा स्थित कमरे में चादर के फंदे से पंखे से लटका मिला। चाचा महेश तिवारी ने बताया कि शनिवार दोपहर सौरभ घर के नीचे स्थित कमरे में सो रहा था। शाम को उठा और ऊपर वाले कमरे में चला गया। कुछ देर बाद पिता ऊपर गए तो कमरा बंद मिला। खटखटाने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो धक्का मारकर दरवाजा खोला। जहां उसका शव लटक रहा था। घटना की जानकारी पर पहुंची सेन पश्चिमपारा पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
चाचा महेश के अनुसार वह पिता की तरह पुलिस में नौकरी करना चाहता था, लेकिन कई बार कुछ नंबर के चलते मेरिट में नहीं आ पाया। परेशान रहने लगा तो पास के गांव की रहने वाली लड़की से उसकी शादी कर दी गई। लेकिन शादी के बाद ही उसकी पत्नी अंकिता उसे छोड़कर चली गई। जिसके चलते वह अवसाद में रहने लगा।