बालू रैकेट में पुलिस अधिकारी की हत्या, शिक्षा मंत्री ने मचाया विवाद

जमुई, बिहार: बिहार में सोमवार को एक घटना घटी जब अवैध बालू कारोबार पर अंकुश लगाने गए एक पुलिस अधिकारी की तस्करों ने हत्या कर दी. एक मंत्री ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि ‘घटना नई नहीं है, होती रहती है।’
अवैध रेत कारोबार के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस ने एक ग्रुप बनाया था। वे मंगलवार की सुबह हमला करने के लिए तैयार थे.

इसी दौरान पुलिस ने रेत से भरे ट्रैक्टरों को देखा और उन्हें रुकने का इशारा किया. हालांकि, ट्रैक्टर चालक पुलिस वाहन से टक्कर मारकर भाग गया. पुलिस जीप में सवार इंस्पेक्टर प्रभात रंजन की मौके पर ही मौत हो गयी.
घटना में एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गया. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस ने आरोपी ड्राइवर की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा दिया है.मृतक पुलिस अधिकारी प्रभात 2018 बैच के इंस्पेक्टर थे.
प्रभात रंजन जमुई जिले के गढ़ी थाने में पदस्थापित थे. वे रेत व्यापार के ख़िलाफ़ लड़ने गये और मर गये। इस घटना से खुद पुलिस महकमा हैरान है.
जमुई एसपी शौर्य सुमन ने कड़ी कार्रवाई की सलाह दी और जांच करायी जायेगी. उन्होंने कहा कि इसके पीछे चाहे कोई भी हो, कार्रवाई की जायेगी. यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि ऐसी मौतें होती रहती हैं.
मीडिया ने जब मंत्री प्रो.चंद्रशेखर से जमुई में इंस्पेक्टर की हत्या को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं. यह एक सामान्य घटना है. क्या ऐसा पहली बार हुआ है? उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में नहीं? मंत्री ने कहा है कि ऐसी घटनाएं बिहार में भी हो रही हैं. इससे विवाद खड़ा हो गया है.
इससे पहले समष्टिपुर में पशु तस्करों ने एक सब-इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अधिकारी नंदकिशोर यादव की हत्या पशु तस्करों ने कर दी थी. जब नंद किशोर पशु तस्करों को पकड़ने गए तो पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी गई.