चाय पीने के शौकीन हैं तो चाय बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान

चाय : मौसम चाहे सर्दी का हो या गर्मी का, चाय प्रेमियों के पास चाय पीने का कोई न कोई बहाना हमेशा तैयार रहता है। अगर आप भी चाय पीने के शौकीन हैं और चाय का स्वाद बेहतर करने के लिए हर दिन नए-नए प्रयोग करते रहते हैं तो यह खबर खास आपके लिए है।

बिना चीनी के बनाएं चाय-
चीनी वाली चाय कई लोगों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक मानी जाती है। ऐसे में क्यों न चाय में चीनी की जगह शहद, ब्राउन शुगर, गुड़, मुलेठी आदि मिठास वाले पदार्थों का इस्तेमाल किया जाए। इन मिठासों के इस्तेमाल से न सिर्फ चाय में मिठास आएगी बल्कि इसका स्वाद भी अलग होगा जो सामान्य चाय से अलग होगा।
सूखे नींबू का प्रयोग-
चाय में सूखे नींबू का प्रयोग करने से इसका स्वाद बहुत अच्छा आता है। सूखे नींबू का उपयोग अरबी चाय में किया जाता है और यह चाय बनाने की एक बहुत लोकप्रिय विधि है।
कैसे बनाएं सूखे नींबू की चाय-
सूखे नींबू की चाय बनाने के लिए चाय की पत्तियों को पानी में उबाल लें और इसमें सूखे नींबू के एक या दो टुकड़े डाल दें। – अच्छा उबाल आने के बाद इसमें चीनी डाल दीजिए. अगर आपको दूध वाली चाय पीना पसंद है तो इस तरह की चाय बनाते समय दूध सबसे अंत में ही डालें।
जड़ी-बूटियों को कद्दूकस न करें.
चाय बनाते समय इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूटियाँ जैसे अदरक, इलायची, तुलसी आदि चाय का स्वाद बढ़ाने का काम करती हैं। लेकिन चाय में इन सभी चीजों को कद्दूकस करने की बजाय एक साथ पीसकर उबलते पानी में डाल दें. अगर आपको तुलसी की चाय पसंद नहीं है तो आप इसकी जगह 2 लौंग और पिसी हुई दालचीनी का एक छोटा टुकड़ा मिला सकते हैं।
कैसे बनाएं जड़ी-बूटी वाली चाय-
-1/2 इंच अदरक का टुकड़ा
-2 इलायची
-3-4 तुलसी के पत्ते
इन तीनों चीजों को एक साथ पीसकर चाय में डालने से एक अलग ही स्वाद आता है।
चायपत्ती में इलायची और लौंग न डालें।
कई लोग चाय की पत्ती में लौंग और इलायची डाल देते हैं लेकिन ये तरीका सही नहीं है. ऐसा करने से चायपत्ती और लौंग-इलायची दोनों की खुशबू पर असर पड़ता है। आपको इन दोनों का अलग-अलग उपयोग करना चाहिए।