
सोलन। जिला सोलन में बीते लंबे समय से बारिश न होने के कारण रबी सीजन की लगभग सभी फसलें सूखे की चपेट में है। करीब साढ़े तीन महीने से भी अधिक समय से बारिश के न होने से जिला सोलन के किसान मायूस हैं। जिला में सूखे के कारण रबी की फसल सूखकर पीली पड़ गई है, जिस कारण किसान वर्ग को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। यदि आगामी दिनों में बारिश न हुई तो स्थिति गंभीर हो सकती है। इसके इलावा सबसे अधिक नुकसान गेंहू की फसल को हुआ है। बता दें कि जिला सोलन में 21300 हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की खेती होती है। इसमें से 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र बारिश पर निर्भर है, जबकि शेष क्षेत्र में सिंचाई की अच्छी सुविधा है।जिला के बीबीएन,नालागढ़ धर्मपुर, कुनिहार, अर्की सहित अन्य क्षेत्रों में गेहूं की अच्छी पैदावार होती है। गेहूं की बिजाई 15 दिसंबर तक होती है। इसके बाद अगले 15 दिन तक सिंचाई के लिए बारिश की आवश्यकता होती है।

सूखा पडऩे से गेहूं की फसल पर काफी प्रभाव पड़ा है। जिला कृषि उपनिदेशक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस रबी सीजन में पिछले दो माह के दौरान ही फसलों को 49.18 लाख का नुकसान हुआ है।जिसमें गेंहू को 26 लाख, मटर को ढाई लाख, अन्य सब्जियों को 7.33 लाख के करीब नुकसान सूखे के चलते हो चुका है। कृषि विभाग ने जिला में विभिन्न फसलों को हुए नुकसान की रिपोर्ट को तैयार कर कृषि निदेशक कार्यालय शिमला भेज दिया गया है, जहां से यह रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भेजी जाएगी। जिला में अब तक 30 प्रतिशत गेंहू की फसल सूखे के चलते प्रभावित हो चुकी है। विभाग के अनुसार कि वर्तमान में जिला सोलन में किसानों ने 24 हजार हैक्टेयर में फसलों की बिजाई की हुई है, जिसमें से सात हजार हैक्टेयर के करीब क्षेत्र सूखे की चपेट में आ गया है।किसान लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे है। जिला में अब तक 30 प्रतिशत गेंहू की फसल सूखे के चलते प्रभावित हो चुकी है। 15 दिसंबर तक किसान गेंहू की बिजाई का कार्य पूरा कर लेते है। इसके बाद सिंचाई की आवश्यकता होती है। यदि 15 दिसंबर के बाद बारिश हो जाए तो पैदावार अच्छी हो जाती है, लेकिन इस बार तो अभी तक बारिश नहीं हुई है।