अधिकारी से लाखों की जबरन वसूली करने वाला व्यक्ति चढ़ा विजिलेंस के हत्थे

चंडीगढ़। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आज एक व्यक्ति को अधिकारी से पांच लाख रुपए जबरन वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार लाल चंद बंसल निवासी एस.ए.एस. नगर को पटियाला के म्युनिसिपल इंजीनियर बलदेव राज वर्मा से विजिलेंस ब्यूरो को शिकायत करने की धमकी देकर जबरन पैसे वसूलने के आरोप गिरफ्तार किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त अधिकारी ने ब्यूरो को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि उक्त प्राईवेट व्यक्ति उसे ब्यूरो में शिकायत करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहा है। उसने बताया कि उक्त कथित ब्लैकमेलर शिकायत वापस लेने के बदले में उससे 2 करोड़ रुपए की मांग कर रहा है, जिसमें 50 लाख रुपए नकद और 1.50 करोड़ रुपए की जायदाद देने के लिए कह रहा है। शिकायतकर्ता अधिकारी ने इस संबंध में सारी बातचीत को रिकॉर्ड कर ली क्योंकि वह जबरन वसूली की रकम नहीं देना चाहता था। पर उसने आरोपी को टोकन मनी के रुप में 5 लाख रुपए देने का झूठा वादा किया।
शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि इससे पहले आरोपी लालचंद बंसल ने उसके खिलाफ 2015 और 2017 में 2 शिकायतें दर्ज करावाई थी पर विजिलेंस ब्यूरो ने पड़ताल करने के बाद दोनो शिकायतें दफ्तर में दाखिल कर दी थी। प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी लालचंद को 2 सरकारी गवाहों की मौजूदगी में 5 लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो के थाना उड़ान दस्ता-1, पंजाब, एस.ए.एस. नगर में आई.पी.सी. की धारा 419, 420, 384 के तहत मामला दर्ज किया गया और इस मामले की आगे की जांच जारी है। उन्होंने आगे बताया कि उपरोक्त आरोपी की गिरफ्कारी के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने उसके घर की तलाशी ली। इस दौरान 70 के करीब फाइलें, विभिन्न दस्तावेज और नोट, गिनती करने वाली मशीन के अलावा एक लैपटॉप भी बरामद किया गया, जिसमें अलग-अलग सरकारी अधिकारियों के खिलाफ दर्ज शिकायतों संबंधी डिजिटल फाइले हैं। पुलिस द्वारा पहले भी उसके खिलाफ धोखाधड़ी के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। प्रारंभिक जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि उपरोक्त आरोपी सरकारी कर्मचारियो के खिलाफ आर.टी.आई. और शिकायतें दर्ज करवाता था और बाद में वह संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कोई जांच न करवाने के बारें में घोषणा पत्र देकर ऐसी शिकायतें वापिस ले लेता था। पहले भी उक्त आरोपी ने नगर कौसिंल, खरड़ में घोषणा पत्र दिया था कि वह शिकायतकर्ता बलदेव राज वर्मा के खिलाफ आर.टी.आई. के तहत कोई जानकारी नहीं चाहता।
