देवेंद्र बबली की दीपेंद्र हुड्डा को नसीहत

रोहतक। पंचायती राज संस्थाओं के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक लेने रोहतक पहुंचे विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने यह माना कि बजट धरातल पर लगने में देरी हो रही है और इस वजह से वह फील्ड में निकालकर विकास कार्यों का जायजा ले रहे हैं। यही नहीं, अधिकारी व चुने हुए प्रतिनिधियों के बीच समन्वय स्थापित करवा कर विकास कार्य करवाना उनकी प्राथमिकता है।

जींद में हो रही सरपंचों की रैली को लेकर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि अब तो यह सीधे तौर पर साबित हो गया है कि कांग्रेस इन सरपंचों के कंधों का प्रयोग करके सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। यही नहीं, उन्होंने तो दीपेंद्र सिंह हुड्डा को यह नसीहत दे डाली के जेजेपी पार्टी के बारे में सोचने की बजाय अपनी पार्टी का ध्यान रखें, कहीं 30 सीटों से 15 पर ही ना सिमट जाएं। उन्होंने बैठक के दौरान अधिकारी व कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विकास कार्यों में कोई भी कोताही बरती गई तो किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि अगला विधानसभा चुनाव गठबंधन में होने का फैसला भाजपा और जननायक जनता पार्टी को लेना है। उनका गठबंधन चुनाव के लिए नहीं हुआ था केवल सरकार चलाने के लिए हुआ था। फिलहाल दोनों ही पार्टियां 90 विधानसभा सीटों के चुनाव की तैयारी कर रही हैं। जहां तक बीरेंद्र सिंह के बयान की बात है तो वह उनका निजी बयान हो सकता है। बाकी फैसला दोनों राजनीतिक दलों को करना है। देवेंद्र बबली से जब यह पूछा गया कि वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे तो कहीं ना कहीं उनका कांग्रेस प्रेम जरूर झलकता हुआ दिखाई दिया। उनका कहना था कि वह टोहाना के विकास के लिए लड़ाई लड़ते हैं और पहले वह कांग्रेस से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन कांग्रेस से उन्हें टिकट नहीं मिली। हालांकि उनके कांग्रेस पार्टी के साथ अब भी संबंध हैं और वह टोहाना के विकास के लिए ही चुनाव लड़ेंगे।