
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद कथित लुटेरे को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि कथित लुटेरे की पहचान गांव गढ़ी चौखंडी के निवासी अमन यादव के रूप में हुई है। अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि थाना सेक्टर-58 की पुलिस बीती रात जब वाहनों की जांच कर रही थी, तभी लेबर चौक के पास एक मोटरसाइकिल पर सवार कुछ संदिग्ध लोग आते दिखे।

उन्होंने बताया कि जब उनसे रुकने के लिए कहा तो उन्होंने पुलिस पर गोली चला दी, जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। मिश्रा ने बताया कि पुलिस की गोली अमन के पैर में जा लगी, जिससे वह घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया उसके पास से तीन मोबाइल फोन, देसी तमंचा और कारतूस बरामद हुये हैं।
मुठभेड़ में तीन पशु तस्कर गिरफ्तार
महराजगंज शहर के मुख्य चौराहे पर सोमवार की रात उस समय अफरातफरी मच गई, जब पुलिस की घेराबंदी देख पिकअप लेकर फंसे पशु तस्करों की ओर से फायरिंग कर दी गई। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग करते हुए बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से दो घायल बताए जा रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले का निवासी रुस्तम पशु तस्करी के मामले में जिले में वांछित था। एसओजी उसकी गिरफ्तारी में लगी हुई थी। सोमवार की रात में पुलिस को इनपुट मिला कि रुस्तम अपने दो साथियों के साथ पिकअप से कप्तानगंज के रास्ते जिले में आ रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम परतावल के पास से ही पिकअप के पीछे लग गई। वहीं महराजगंज शहर चौकी पुलिस ने मुख्य चौराहे पर दो ट्रक खड़े कराकर घेराबंदी कर दी। इसी बीच तेज रफ्तार से आई पिकअप के चालक ने शहर के हनुमानगढ़ी से पड़री की ओर गाड़ी को मोड़ने की कोशिश की, लेकिन सामने से एक बस के आ जाने से वह तेजी से मुख्य चौराहे की ओर आया। चौराहे से कुछ दूर पहले ही जब रास्ते में दो ट्रकों को खड़ा देखा तो रफ्तार में ही गाड़ी बैक कर वापस भागने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी का एक पहिया नाली में फंस गया। इसी बीच पुलिस ने उन्हें घेर लिया। इस पर तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन तस्करों को हिरासत में ले लिया। सूचना मिलते ही आला अफसर भी सक्रिय हो गए। देर रात तक आरोपियों से पूछताछ की जा रही थी। तस्करों की पहचान रुस्तम, लाल बहादुर व शाह आलम निवासी पश्चिमी चंपारण, बिहार के रूप में हुई है।