जिला ऊना के बसोली गांव में अवैध कारोबार के मामले में बड़ी कार्रवाई

ऊना। जिला ऊना के बसोली गांव में नकली दवाओं के कारोबार के मामले में पुलिस ने पति-पत्नी के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है। ऊना पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम द्वारा की गई कार्रवाई में दवाइयों की बड़ी खेप बरामद हुई, वहीं मौके से दवाइयों के निर्माण में प्रयोग होने वाली मशीनरी को भी पुलिस ने कब्जे में लिया है। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी के घर सहित दो ठिकानों से पुलिस ने भारी मात्रा में दवाइयां बरामद की थीं। पुलिस टीम ने तलाशी के दौरान 3.498 किलोगा्रम अधजली नाइट्रेजेपाम गोलियां,व क्लोनेजेपाम माउथ डिसोलविंग गोलिया, 52.94 ग्राम 11 पत्ते क्लोनेजेपाम माउथ डिसोलविंग गोलियां, 10 पत्ते अधजली क्लोनेजेपाम माउथ डिसोलविंग गोलिया बरामद कीं। टीम ने बड़े पैमाने पर दवाइयां बरामद की, जिसमें अधिकांश एक्सपायरी डेट की दवाइयां थीं। इसके अलावा मौके से बरामद 10 रोल रेपर के बरामद किए गए हैं, जिसमें 7 से 8 नामी कंपनियों के दवा उत्पादों के नाम, साल्ट व एमआरपी है। इसमें संबंधित कंपनियों के क्यूआर कोड भी अंकित है, जिससे यह असली लगे।

आरोपी के घर से पुलिस टीम ने नकली दवा बनाने के लिए प्रयोग होने वाली मशीनरी भी बरामद की है। इसमें पैकेजिंग की एक मशीन, टेबलेट्स निर्माण की एक मशीन, एक पंचिंग मशीन तथा एक लीक्वेड फिलिंग मशीन शामिल है। इसके अलावा कुछ कंप्रेसर भी मौके से मिले हैं। जिन कंपनियों के रेपर मिले हैं, उनसे इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। गौरतलब है कि नकली दवा कारोबार के मुख्य सरगना के एक स्टिंग आपरेशन में हुए खुलासों के बाद ऊना पुलिस व दवा निरीक्षक की संयुक्त टीम ने बसोली में कुछ स्थानों पर दबिश दी थी। यहां पर बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित दवाइयों सहित अन्य दवाइयों की खेप बरामद हुई, वहीं कथित नकली दवाओं पर लगाए जाने वाले रैपरों के भी रोल बड़ी संख्या में मिले। एएसपी संजीव भाटिया ने कहा कि आरोपी बलराम सिंह व उसकी पत्नी मधुबाला के विरुद्ध मादक द्रव्य अधिनियम 21,22,29-61-85 व भादस की धारा 201 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है। आरोपी बलराम सिंह अभी फरार चल रहा है, जबकि आरोपी मधुबाला से पूछताछ चल रही है।