वास्तु शास्त्र में मोर पंख का महत्व क्या है जाने

मोर पंख के उपाय : मोर का संबंध सिर्फ भगवान कृष्ण से ही नहीं बल्कि अन्य देवी-देवताओं से भी है। शास्त्रों के अनुसार मोर पंख इतना अद्भुत है कि इसमें सभी देवी-देवताओं के साथ-साथ सभी नौ ग्रहों का वास होता है। ज्योतिष और वास्तु के अनुसार इसे घर में रखने से न सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा आती है साथ ही ग्रह दोष भी शांत होते हैं। घर में वास्तुदोष दूर करने के लिए मोर बहुत ही कारगर उपाय है। घर में मोर पंख रखने से वास्तु दोष दूर होते हैं जानिये मोर पंख के उपाय :

मोर का शत्रु सर्प है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में राहु की स्थिति ठीक नहीं है तो मोर को अपने साथ रखने से राहत मिलती है।यदि घर में अचानक कोई परेशानी या संकट आ जाए तो मोरपंखा को घर या शयनकक्ष के अग्निकोण में जहां विपत्ति आ रही हो वहां रखना चाहिए। कुछ ही समय में सकारात्मक असर दिखने लगेगा।अगर आपका कोई काम पूरा नहीं हो रहा है या काम में बार-बार रुकावटें आ रही हैं तो पांचों पंखों को पूजा स्थान में रखें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें। कार्यों में बाधाएं दूर होंगी और कार्य सफल होंगे।
मोर को इक्कीस दिन तक तिजोरी या लॉकर में रखने से धन में वृद्धि होती है। रुका हुआ पैसा वापस मिल जाता है. यदि दांपत्य जीवन से जुड़ी कोई समस्या है तो शयनकक्ष की पूर्व-उत्तर दिशा की दीवार पर दो मोर एक साथ लगाने से पति-पत्नी के संबंधों में आ रही बाधाएं दूर होंगी और संबंध मधुर होंगे।अगर घर में वास्तु में मान्यता प्राप्त पंचतत्वों का संतुलन ठीक नहीं है और घर में लगातार नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रहता है तो पूजा स्थान पर 5 मोर रखें, इस उपाय से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होने के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।