NIT हमीरपुर अब छात्रों से दाखिले के दौरान लेगा एंटी ड्रग्स का शपथ पत्र

हमीरपुर। एनआईटी हमीरपुर देश का पहला शिक्षण संस्थान होगा, जहां पर अब छात्रों को एडमिशन लेने पर एंटी रैगिंग की तरह एंटी ड्रग्स का भी एक लिखित शपथ पत्र अंडरटेकिंग संस्थान को देना होगा। इसमें छात्रों से दाखिले के दौरान ही एक शपथ पत्र पर लिखित लिया जाएगा कि वे कोई भी नशा नहीं करेंगे, किसी भी तरह से नशे से जुड़ी गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे और अगर ऐसा करते पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ संस्थान अपने स्तर पर कार्रवाई कर सकता है। एनआईटी हमीरपुर में नशे की ओवरडोज से हुई छात्र की मौत और उसके बाद अब तक एक दर्जन छात्रों के नशे में मिलने के उपरांत इस तरह का निर्णय एनआईटी प्रशासन को लेना पड़ रहा है।

बता दें कि राष्ट्र स्तरीय इस शिक्षण संस्थान में देश-विदेश से करीब 5 हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से एनआईटी के छात्र-छात्राओं के नशे में पकड़े जाने से इस संस्थान की साख पर धब्बा लगा है और छात्रों के अभिभावक भी अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं। यही कारण है कि अब एनआईटी प्रशासन भी सख्त नियम बनाने के मूड में है। एनआईटी में एंटी ड्रग्स नियम को लागू करने के लिए बीओडी की 17 नवम्बर को बैठक रखी गई है, जिसमें इस पर मोहर लगेगी। एनआईटी प्रबंधन ने नशे में लिप्त विद्यार्थियों की निगरानी के लिए अगले हफ्ते से मुख्य गेट और कैंपस में ड्रग्स टैस्ट किट भी मुहैया करवाई जा रही है।
इसके अलावा संस्थान द्वारा डिसिप्लिन फैकल्टी टीम का भी गठन करवाया जा रहा है, ताकि छात्र अनुशासन में रहकर सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दें। यह जानकारी एनआईटी की रजिस्ट्रार प्रो. डाॅ. अर्चना संतोष ननोटी ने दी है। वहीं नशे में धुत्त पकड़े गए एनआईटी हमीरपुर के छात्रों की पुलिस में शिकायत देने और मेडिकल करवाने के बाद एनआईटी प्रबंधन 6 छात्रों को सोमवार को बीओडी के सामने तलब करेगा। इन छात्रों से उनका पक्ष सुनने के बाद कमेटी इनके विरुद्ध कार्रवाई करेगी। रविवार को छुट्टी होने के चलते सोमवार को यह कार्रवाई रखी गई है। इन छात्रों को होस्टल से निष्कासित करना है या संस्थान से या इसके अलावा कोई अन्य कार्रवाई होनी है, इस बारे बीओडी द्वारा ही निर्णय लिया जाना है। बता दें कि बीते शनिवार को संस्थान के छात्र, जिनमें एक छात्रा भी शामिल है, नशे की हालत में स्थानीय अणु चौक के पास घूमते मिले थे।