यूपी में फिर शुरू होगा नगर उत्सवों, महोत्सवों का सिलसिला

उत्तरप्रदेश | उत्तर प्रदेश में कई साल बाद एक बार फिर नगर उत्सवों व महोत्सवों का सिलसिला शुरू होगा. प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति विभाग की साझीदारी में होने वाले ताज महोत्सव, गंगा महोत्सव, लखनऊ महोत्सव, बिठुर महोत्सव, झांसी महोत्सव आदि के आयोजन बंद हो गए थे. ये फिर से शुरू किए जाएंगे.

इन सभी महोत्सवों के स्थान पर तत्कालीन राज्यपाल रामनाइक की पहल पर हर साल 24 से 26 जनवरी के बीच लखनऊ, नोएडा आदि में उत्तर प्रदेश पर्व के आयोजन होने लगे थे. मगर प्रदेश के संस्कृति विभाग ने अपनी समीक्षा में यह पाया कि इन नगर उत्सवों और महोत्सवों के आयोजनों के बंद हो जाने से स्थानीय लोक कलाकारों, शिल्पकारों को अपनी कला व हुनर का प्रदर्शन करने के अवसर कम हो गए.
प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम ने हिन्दुस्तान को जानकारी दी कि प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि अब राज्य के सभी 75 जिलों में नगर उत्सव या महोत्सव आयोजित किए जाएंगे. इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं. इनके आयोजन के लिए शासन स्तर से धनराशि की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने बताया कि हर जिले में वहां की महत्वपूर्ण तिथि, पर्व या मेले के अवसर पर ऐसे नगर उत्सव या महोत्सव आयोजित होंगे, जिनमें देसी-विदेशी पर्यटकों की हिस्सेदारी बढ़ाई जाएगी. साथ ही स्थानीय कलाकारों, हस्तशिल्पियों, चित्रकारों, रंगकर्मियों को मंच और बाजार के अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे. इसी के साथ लखनऊ महोत्सव की तैयारियां एक बार फिर शुरू हो गई हैं. इसके पूर्व 17 में लखनऊ महोत्सव हुआ था.
राम मंदिर के शुभारम्भ पर अयोध्या में साल भर चलेंगे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम
भगवान राम की जन्मभूमि पर तैयार हो रहे भव्य मंदिर के शुभारम्भ के साथ ही अयोध्या में साल भर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की भी शुरुआत होगी. यह जानकारी पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने दी.
केन्द्र सरकार की पहल पर 24 जनवरी 24 से 24 जनवरी 25 के दरम्यान होने वाले इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद और केन्द्रीय ललित कला अकादमी के राज्य स्तरीय केन्द्र की तो सक्रिय हिस्सेदारी रहेगी ही. साथ ही साथ इन आयोजनों में उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन व संस्कृति विभाग का भी योगदान रहेगा. भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की ओर से दुनिया के कई देशों के कलाकारों की मण्डलियां आमंत्रित की जाएंगी.
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, राज्य ललित कला अकादमी, भारतेन्दु नाट्य अकादमी आदि संस्थाएं भी अयोध्या में राम कथा पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित करेंगी.
21 लाख दीपक जलाने का कीर्तिमान बनेगा
दीपावली से ठीक पहले अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव की तैयारियां भी तेजी से शुरू हो गई हैं. अयोध्या शोध संस्थान को इस तीन दिवसीय आयोजन की नोडल एजेंसी बनाया गया है. प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम ने बताया कि इस बार 21 लाख दीपक प्रज्ववलित कर एक नया विश्व कीर्तिमान बनाया जाएगा. सरयू के तट पर आयोजित होने वाले इस दीपोत्सव का इस बार दायरा और विस्तृत होगा. दीपोत्सव के दरम्यान पांच देशों की रामलीलाओं का मंचन भी होगा.
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