नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल से जिम्स में मरीज परेशान

नोएडा: स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल से मरीजों की सांसें अटक गईं. अस्पताल में भर्ती मरीजों को दवा, इंजेक्शन और उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं मिल रहा है.
अस्पताल प्रशासन नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल के बाद से मरीजों को डिस्चार्ज लेटर थमा रहा है. गंभीर मरीजों को दूसरे अस्पतालों में ले जाने के लिए कहा गया है. ऐसे में मरीज और उनके तीमारदार परेशान हैं. अब अस्पताल में 90 मरीज बचे हैं. जिम्स प्रबंधन ने नर्सिंग स्टाफ की भर्ती निकाली थी. इसके विरोध में अस्पताल में संविदा पर काम करने वाले नर्सिंग स्टाफ ने से हड़ताल शुरू कर दी.

बाल रोग विभाग में मरीज अब्दुल्ला 25 दिनों से वेंटिलेटर पर हैं. उनको मुंह की बीमारी है. हालत नाजुक है. ऐसे में बीच इलाज के दौरान अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा रहा है.
व्यवस्था चरमराई
जिम्स के आईसीयू, एनआईसीयू समेत सभी वार्ड में करीब 350 मरीज भर्ती होते हैं. नर्सिंग स्टाफ के हड़ताल पर जाने से अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई. जिम्स प्रशासन ने गंभीर मरीजों को डिस्चार्ज करना शुरू कर दिया. दोपहर तक केवल 90 मरीज बचे थे. आईसीयू-1, 2, 3, 4 समेत एनआईसीयू और स्त्रत्त्ी रोग विभाग के आईसीयू से मरीजों को डिस्चार्ज दिया गया.
नर्सिंग स्टाफ से वार्ता की जा रही है. उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है. नर्सिंग स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया निरस्त कर दी गई है. हड़ताल के चलते अस्पताल से मरीजों को डिस्चार्ज किया जा रहा है.
-डॉ. राकेश गुप्ता, निदेशक जिम्स