भैया दूज पर रोडवेज कर्मचारियों हड़ताल से यात्री रहे परेशान

गुड़गांव। अंबाला में रोडवेज कर्मचारी राजबीर की हत्या के विरोध में बुधवार को हरियाणा के अन्य जिलों की तरह गुरुग्राम में भी कर्मचारियों ने रोडवेज का चक्का जाम करके कर्मचारियों की हड़ताल रखी। भैया दूज के पर्व पर चक्का जाम होने से महिलाओं समेत सभी यात्रियों को परेशानी हुई। गुरुग्राम में हड़ताली कर्मचारियों की मांग है कि जल्द से जल्द राजबीर के हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए।

पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के साथ परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। हत्या के चार दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज रोडवेज कर्मचारियों की तरफ से चक्का जाम का आह्वान किया गया था। गुरुग्राम में भी लगभग 150 रोडवेज बसों के पहिये थम गए। गुरुग्राम हरियाणा रोडवेज के प्रधान संदीप दलाल के मुताबिक कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी गई तो यह हड़ताल अनिश्चतकाल के लिए धरने में बदल सकती है। उन्होंने भैया दूज पर महिलाओं व अन्य सभी यात्रियों से होने वाली परेशानी के लिए क्षमा भी मांगी।
उन्होंने कहा कि वे रोडवेज कर्मचारी अंबाला में तीन दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। फिलहाल कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि उनकी मांगे जब तक पूरी नहीं होगी इसी तरह से हड़ताल जारी रहेगी। बहरहाल, रोडवेज कर्मचारियों द्वारा चक्का जाम करने से आज गुरुग्राम से अन्य प्रदेशों और एनसीआर क्षेत्र में आने जाने वाले यात्रियों को भैया दूज के पर्व पर परेशानी उठानी पड़ी है। हालांकि गुरुग्राम से डीटीसी व दूसरे राज्यों की बसें चल रही हैं। रोडवेज प्रधान संदीप दलाल का कहना है कि अब सरकार बातचीत के लिए आगे आई है। अगर बैठक में सकारात्मक परिणाम निकला तो यह धरना प्रदर्शन रोक दिया जाएगा। बता दें कि दिवाली की रात अंबाला कैंट बस स्टैंड परिसर में रोडवेज कर्मचारी राजबीर की हत्या कर दी गई थी।