20 दिन बाद भी सिक्किम में लापता सेना के जवान का नहीं मिला सुराग

पलवल। होडल निवासी सेना का जवान 3 अक्तूबर को सिक्किम में बादल फटने से आई बाढ़ में लापता हो गया था। लापता सेना के जवान युधिष्ठर जिस गाड़ी में थे, सेना ने उसे 20 दिन बाद खोज निकाला है। सेना का वाहन 10 फीट नीचे मलबे में मिला है। मलबे से गाड़ी निकालने पर सेना को लापता जवान का मोबाइल व समय सारिणी वाली डायरी मिली है। हलांकि अभी तक युधिष्ठिर का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। फिलहाल सेना के जवान लापता युधिष्ठिर को खोजने में जुटी हुई है। वहीं दिल्ली स्थित सेना के आर-आर अस्पताल में लापता सैनिक युधिष्ठिर की मां के खून के नमूने लिए गए हैं। बता दें कि सिक्किम में 3 अक्तूबर की देर रात बादल फट गया था। बादल फटने से वहां मौजूद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई और बाढ़ का पानी वहां स्थित सेना के शिविर में 20 फीट से अधिक आ गया।

इस आसमानी आफत ने सेना के वाहनों सहित 23 जवानों व स्थानीय लोगों को बहा ले गई। सेना के लापता जवानों में गांव खाम्बी का बेटा युधिष्ठिर भी शामिल था, जो सेना की बटालियन 420 एफडी में मेडिकल वाहन पर बतौर ड्राइवर तैनात था। लापता जवान युधिष्ठिर के पिता ऋषिदेव उर्फ बिशन ने बताया कि सेना की तरफ से उन्हें उनके लापता बेटे के बारे में जानकारी लेने पर बताया गया। सेना के राहत बचाव दल टीम उसी दिन से सैनिकों को खोजने में लगी है। वहीं लापता सैनिक के परिजनों में स्थानीय जिला प्रशासन, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर तथा हरियाणा के खिलाफ रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि जिला प्रशासन व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने भी लापता जवान के परिजनों की कोई सुध नहीं ली है। प्रशासन व सरकार के रवैये से ग्रामीणों में भी रोष बना हुआ है।