जातीय जनगणना के लाभ…


�
भारत में अनेक धर्मों के लोग रहते हैं। सभी को मन मुताबिक धर्म मानने की स्वतंत्रा है। जब देश में जनगणना की बात की जाती है तो कौन किस जाति से है, धर्म से है, इसकी बात की जाती है। भारत में हर 10 साल में एक बार जनगणना की जाती है जिससे सरकार को विकास योजनाएं बनाने और उन्हें लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है। किसको कितनी हिस्सेदारी मिली, कौन हिस्सेदारी से वंचित रहा, इसके माध्यम से इन बातों का पता चलता है। नए आंकड़े जाति के संदर्भ में स्पष्ट जानकारी देने का काम करेंगे।
जातीय जनगणना से सरकार को विकास की योजनाओं का खाका तैयार करने में मदद मिलेगी और और उन जातियों को समाज में उचित जगह दिलाने की कोशिश में जनगणना मददगार साबित होगी।
-सविता देवी, छात्रा, पंजाब विवि, चंडीगढ़
By: divyahimachal
�
भारत में अनेक धर्मों के लोग रहते हैं। सभी को मन मुताबिक धर्म मानने की स्वतंत्रा है। जब देश में जनगणना की बात की जाती है तो कौन किस जाति से है, धर्म से है, इसकी बात की जाती है। भारत में हर 10 साल में एक बार जनगणना की जाती है जिससे सरकार को विकास योजनाएं बनाने और उन्हें लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है। किसको कितनी हिस्सेदारी मिली, कौन हिस्सेदारी से वंचित रहा, इसके माध्यम से इन बातों का पता चलता है। नए आंकड़े जाति के संदर्भ में स्पष्ट जानकारी देने का काम करेंगे।
जातीय जनगणना से सरकार को विकास की योजनाओं का खाका तैयार करने में मदद मिलेगी और और उन जातियों को समाज में उचित जगह दिलाने की कोशिश में जनगणना मददगार साबित होगी।
-सविता देवी, छात्रा, पंजाब विवि, चंडीगढ़
By: divyahimachal
