बिलासपुर में किराना दुकानदार का अपहरण, शहर में नाकाबंदी

बिलासपुर। हरियाणा के यमुनानगर के कस्बा बिलासपुर किराना दुकानदार रामकुमार उर्फ रामू का किसी ने अपहरण कर लिया। रामकुमार रविवार सुबह सैर करने बिलासपुर-हड़तौल रोड पर गए थे। इसके बाद से वह घर नहीं लौटे। अपहरण करने वालों ने रामकुमार के मोबाइल से ही परिजनों को फोन किया और 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। अपहरण व फिरौती की वारदात का पता लगते ही पुलिस भी हरकत में आ गई और कार्रवाई में जुट गई। थाना बिलासपुर पुलिस के अलावा सीआईए भी मामले की जांच कर रही है। बिलासपुर थाना प्रभारी जगदीश चंद्र ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा। बिलासपुर में गुरुद्वारा वाली गली में रहने वाले रामकुमार उर्फ रामू पहले सट्टा से जुड़ा था। करीब एक दशक पहले उन्होंने सट्टे का काम छोड़ दिया और कस्बा में ही आंबवाला रोड पर किराना की दुकान करने लगे। डेढ़ वर्ष पहले ही उन्होंने बेटी की शादी की थी। जबकि बेटा गौरव अभी पढ़ाई कर रहा है। वह रोजाना सुबह उठकर हड़तौल रोड पर सैर करने जाते थे।
रविवार सुबह लगभग छह बजे वह सैर करने गए थे। परंतु कई घंटे के बाद भी नहीं लौटे। रामकुमार के बेटे गौरव ने बताया कि पिता के वापस नहीं आने से वह चिंतित थे। करीब साढ़े 10 बजे पिता के मोबाइल से उसकी बहन के मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि उन्होंने उनके पिता का अपहरण कर लिया है। उन्होंने रामकुमार को छोड़ने की एवज में 50 लाख रुपये व सोना देने की मांग की। साथ ही धमकी भी दी कि अगर इस बारे में पुलिस को बताया तो रामकुमार को जान से मार देंगे। परिजनों ने घबरा कर पुलिस को सूचना दी। फिरौती की सूचना मिलते ही पुलिस भी हरकत में आ गई। थाना बिलासपुर एसएचओ जगदीश चंद्र रामकुमार के घर पहुंचे। जहां परिजनों ने उनके बारे में सारी बात बताई। इसके बाद पुलिस हड़तौल मार्ग पर भी गई, क्योंकि इसी सड़क पर वह रोजाना सैर करने जाते थे। पुलिस ने सड़क पर लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की। पुलिस की टीमों ने पड़ताल शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस के हाथ कोई पुख्ता सबूत नहीं लगा है।
अपहरण व फिरौती की वारदात का पता लगते ही पुलिस भी हरकत में आ गई और कार्रवाई में जुट गई। थाना बिलासपुर पुलिस के अलावा सीआईए भी मामले की जांच कर रही है। बिलासपुर थाना प्रभारी जगदीश चंद्र ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा। बिलासपुर में गुरुद्वारा वाली गली में रहने वाले रामकुमार उर्फ रामू पहले सट्टा से जुड़ा था। करीब एक दशक पहले उन्होंने सट्टे का काम छोड़ दिया और कस्बा में ही आंबवाला रोड पर किराना की दुकान करने लगे। डेढ़ वर्ष पहले ही उन्होंने बेटी की शादी की थी। जबकि बेटा गौरव अभी पढ़ाई कर रहा है। वह रोजाना सुबह उठकर हड़तौल रोड पर सैर करने जाते थे। रविवार सुबह लगभग छह बजे वह सैर करने गए थे। परंतु कई घंटे के बाद भी नहीं लौटे। रामकुमार के बेटे गौरव ने बताया कि पिता के वापस नहीं आने से वह चिंतित थे। करीब साढ़े 10 बजे पिता के मोबाइल से उसकी बहन के मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि उन्होंने उनके पिता का अपहरण कर लिया है। उन्होंने रामकुमार को छोड़ने की एवज में 50 लाख रुपये व सोना देने की मांग की। साथ ही धमकी भी दी कि अगर इस बारे में पुलिस को बताया तो रामकुमार को जान से मार देंगे। परिजनों ने घबरा कर पुलिस को सूचना दी। फिरौती की सूचना मिलते ही पुलिस भी हरकत में आ गई। थाना बिलासपुर एसएचओ जगदीश चंद्र रामकुमार के घर पहुंचे। जहां परिजनों ने उनके बारे में सारी बात बताई। इसके बाद पुलिस हड़तौल मार्ग पर भी गई, क्योंकि इसी सड़क पर वह रोजाना सैर करने जाते थे। पुलिस ने सड़क पर लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की। पुलिस की टीमों ने पड़ताल शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस के हाथ कोई पुख्ता सबूत नहीं लगा है।
