ठगी कर 6 लाख 80 हजार रुपये हड़पे

जयपुर। अजमेर में धोखाधड़ी कर छह लाख रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों में से दो पुलिस में अफसर है और धमका रहे। आईजी को शिकायत करने के बाद क्रिश्चयनगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

नई बस्ती लोहाखान अजमेर निवासी रामेश्वर लाल परिहार (67) पुत्र मोहन लाल परिहार ने आईजी को दी शिकायत में बताया कि उसने एक भूखण्ड कबीर नगर, अजमेर का सौदा जगदीश प्रसाद पुत्र रामाराम से .2012 में किया। बतौर गवाह जगदीश के सगे भाई राजेन्द्र प्रसाद ने हस्ताक्षर किए। प्लॉट के पेटे चालीस हजार एडवांस (साई पेटे ) राशि भंवर सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह के सामने दिए। राजेन्द्र ने आश्वस्त किया कि प्लॉट उसका ही है, इकरारनामा भाई जगदीश करेगा। राजेन्द्र पुलिस में था तो भरोसा कर लिया। उसने ही कहा कि शेष रकम 5 लाख जगदीश को दे देना, इस पर चेक से पेमेन्ट कर दिया।
जगदीश ने ही बताया कि प्लॉट की रजिस्ट्री अशोक पुत्र भंवरलाल भतीजा करेगा, क्योंकि प्लॉट की पॉवर ऑफ अटॉर्नी अशोक के नाम है। फिर 12 दिसम्बर 2022 को अशोक ने प्लॉट की रजिस्ट्री करा दी। लेकिन कब्जा देने को लेकर टालमटोल करते रहे। राजेन्द्र ने बाद में बताया कि गलती हो गई और प्लॉट की रजिस्ट्री दो बार हो गई है। इसके लिए चालीस हजार दो ताकि रजिस्ट्री में सुधार करके आपको प्लॉट का कब्जा दिलवा दूंगा। फिर कुछ समय बाद राजेन्द्र व जगदीश ने कहा कि प्लॉट यही है, इस पर कब्जा कर लो।
जब इस प्लॉट पर काम करना चालू किया तो बाबूलाल टेपण जो पुलिस में अधिकारी है, ने कहा कि यह प्लॉट तो उनका है। रजिस्ट्री बाबुलाल टेपण को दिखाई, लेकिन नहीं माना और कहा कि प्लॉट भूल जाओ। इसके बाद राजेन्द्र व जगदीश, अशोक को बताया तो बात करने के लिए कहा, लेकिन मामला नहीं सुलझाया। आरोपियों ने धोखाधड़ी कर छः लाख अस्सी हजार रुपए हड़प लिए। बाबुलाल अब प्लॉट पर एक टैंक खुदवा कर निर्माण कार्य करवा रहा है, जब टोका तो कहा कि चले जाओ, वरना हाथ-पैर तोड़ दूंगा। अत: कार्रवाई की जाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर एएसआई कुम्भाराम को जांच सौंपी है।