तिराप में पांच दिवसीय ‘कॉर्नियल ब्लाइंडनेस बैकलॉग फ्री’ अभियान

खोंसा : तिरप जिले में मोतियाबिंद से पीड़ित लोगों की पहचान और उपचार के लिए पांच दिवसीय ‘कॉर्नियल ब्लाइंडनेस बैकलॉग फ्री’ अभियान चल रहा है।

स्वास्थ्य विभाग की टीमें 18 से 22 नवंबर तक जिले के सभी गांवों में जाकर 50 वर्ष और उससे अधिक उम्र के दृष्टिबाधित व्यक्तियों की मोतियाबिंद की जांच कर रही हैं। मोतियाबिंद का ऑपरेशन 28 और 29 नवंबर को यहां सामान्य अस्पताल में किया जाएगा। सर्जरी के बाद मरीजों को उठाया जाएगा और घर वापस छोड़ा जाएगा।
तिराप डीसी (प्रभारी) लिम मोदी, जिन्होंने 18 नवंबर को अभियान शुरू किया था, ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को हर गांव का दौरा करने के लिए प्रोत्साहित किया, “ताकि मोतियाबिंद के हर एक मामले का पता लगाया जा सके, ऑपरेशन किया जा सके और दृष्टि बहाल की जा सके।”
नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस एंड विजुअल इम्पेयरमेंट एसपीओ डॉ. तबा खन्ना ने कहा कि, कोविड-19 के कारण, देश और अरुणाचल प्रदेश में भी कॉर्नियल ब्लाइंडनेस वाले कई लोगों का पता नहीं चल पाया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 2025 तक अरुणाचल में 27,000 मोतियाबिंद सर्जरी का लक्ष्य रखा है।
कार्यक्रम में डीएमओ डॉ. निबा लोवांग और डीआरसीएचओ डॉ. ताटोक गाओ भी शामिल हुए।