राज्य सरकार ने हमीरपुर स्थित इसी मुख्यालय में राज्य चयन आयोग बनाने का फैसला किया

शिमला: मुख्य प्रशासनिक अधिकारी चर्चा। पिछले साल 23 दिसंबर को पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद भंग किए गए हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग में करीब 10 महीने के बाद फिर हलचल शुरू हो रही है। राज्य सरकार ने हमीरपुर स्थित इसी मुख्यालय में राज्य चयन आयोग बनाने का फैसला किया है और इसके लिए नियुक्त चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर डा. राज कृष्ण पुरुथी गुरुवार को हमीरपुर पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को आईएएस अधिकारी डा. पुरुथी राज्य चयन आयोग की अगली प्रक्रिया पर वहां बैठक करेंगे। इस आयोग में एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के तौर पर एचएएस अधिकारी जितेंद्र सांजटा की नियुक्ति हो चुकी है। कार्मिक विभाग ने हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग में रहे 15 कर्मचारियों को भी वहां का काम चलाने के लिए नियुक्त किया है। इनके साथ भी मुख्य प्रशासनिक अधिकारी चर्चा करेंगे।

इसके बाद अगला रोडमैप तय होगा। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को इस बारे में राज्य सरकार को एक रिपोर्ट भी देनी है। राज्य सरकार बहुत जल्द इन्हें चार और विशेषज्ञ देने वाले हैं, जिन्हें डेपुटेशन के जरिए भेजा जा रहा है। इसके बाद राज्य चयन आयोग की यह बॉडी कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट की संभावना देखने के लिए भारत सरकार की एजेंसी सी डैक से चर्चा शुरू करेगी। राज्य चयन आयोग में अभी भी राज्य सरकार ने पद क्रिएट नहीं किए हैं। इसके लिए क्लास-3 की भर्तियों के लिए बनाई गई दीपक सानन कमेटी की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार है। इसी रिपोर्ट के बाद मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने भी अगली कार्य योजना को लेकर कुछ फैसले लेने हैं। तभी यह पता चलेगा कि राज्य चयन आयोग कब से क्लास-3 की भर्तियों अपने आप शुरू कर सकेगा?
एचआरटीसी में कंडक्टर के 360 पदों को भरने को लेकर लोक सेवा आयोग में चल रही प्रक्रिया लगभग अंतिम स्टेज पर है। राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद अब लोकसभा आयोग नवंबर महीने के पहले या दूसरे सप्ताह में यह लिखित परीक्षा करेगा। एचआरटीसी के निदेशक मंडल ने भी इन पदों को भरने के लिए अंतिम मंजूरी दे दी है। लोक सेवा आयोग इस भर्ती को लेकर सरकार की मंजूरी का ही इंतजार कर रहा था। यह भर्ती प्रक्रिया भी हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग से ही लोक सेवा आयोग को शिफ्ट हुई थी।