जाने अस्थमा में क्या खाने से मिलता है फायदा और क्या खाने से होता है नुकसान

अस्थमा यानी अस्थमा के मरीज को खान-पान और जीवनशैली का खासा ख्याल रखना पड़ता है। जरा सी लापरवाही से मरीज की जान संकट में पड़ जाती है। आजकल बच्चे भी बहुत कम उम्र में अस्थमा की चपेट में आ रहे हैं। बढ़ता प्रदूषण और कमजोर इम्युनिटी इसका कारण बनते जा रहे हैं। हालांकि अगर खान-पान को अपनी सेहत के हिसाब से लिया जाए तो इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। अस्थमा के मरीजों को अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जो फायदेमंद हों, वहीं कुछ चीजों को लेकर भी सतर्क रहने की जरूरत है। इससे अस्थमा के मरीजों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं कि अस्थमा के मरीज को किस तरह का आहार लेना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए।अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद खाद्य पदार्थ

1- दालें- दाल खाने से सेहत अच्छी रहती है। इससे शरीर को भरपूर प्रोटीन मिलता है। अस्थमा के मरीज मूंग दाल, सोयाबीन, काले चने और अन्य दालें खा सकते हैं। दाल खाने से फेफड़े मजबूत बनते हैं। अस्थमा के मरीज को रोजाना 1 कटोरी दाल जरूर खानी चाहिए।
2- हरी सब्जियां- अगर आपको अस्थमा है तो हरी सब्जियों का अधिक सेवन करें। हरी सब्जियां खाने से फेफड़ों में कफ जमा नहीं होता और शरीर को सारे विटामिन मिल जाते हैं। इससे अस्थमा का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता है। हरी सब्जियां आंत और फेफड़ों के लिए भी अच्छी होती हैं।
3- विटामिन-सी- अस्थमा के मरीज को खाने में विटामिन सी से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए। यह भरपूर एंटी-ऑक्सीडेंट प्रदान करता है, जो फेफड़ों को सुरक्षित बनाता है। विटामिन सी खाने से अस्थमा के दौरे का खतरा कम हो जाता है।
4- शहद दालचीनी- अस्थमा के रोगी को शहद और दालचीनी का सेवन करना चाहिए। इससे लाभ होता है। रात को सोते समय 2-3 चुटकी दालचीनी शहद में मिलाकर पीने से फेफड़ों में आराम मिलता है।
5- तुलसी- दमा के रोगी को तुलसी का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर को एंटी-ऑक्सीडेंट्स मिलते हैं। रोजाना चाय में तुलसी के पत्ते मिलाकर पीने से अस्थमा के मरीज को फायदा होता है। तुलसी खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इससे मौसमी बीमारियों का खतरा कम होता है।