डीएम ने की नयी चेतना अभियान–पहल बदलाव की ओर कार्यक्रम का शुभारंभ

लखीसराय। लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के मुद्दों से सम्बंधित राष्ट्रीय कार्यक्रम “ नयी चेतना अभियान –पहल बदलाव की ओर” कार्यक्रम का बीते शनिवार को शुभारंभ जिलाधिकारी अमरेंद्र कुमार, उपविकास आयुक्त सुधीर कुमार, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रीना कुमारी,सिविल सर्जन डॉ विनोद प्रसाद सिंहा व अनुमंडल पदाधिकारी निशांत ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किए। मंच संचालन कर रहे आईसीडीएस जिला प्रोग्राम पदाधिकरी रीना कुमारी ने कहा कि महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका के संयुक्त तत्वावधान में जेंडर समानता लाने हेतु विशेष प्रयास के तौर पर इस वर्ष दिनांक 25 नवम्बर (महिला हिंसा उन्मूलन के लिए निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय दिवस) से 20 दिसंबर तक 4 सप्ताह का लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के मुद्दों से सम्बंधित “नई चेतना-पहल बदलाव की ओर ” कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष समुदाय के नेतृत्व में चलाये जाने वाले इस कैम्पेन का थीम लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा का उन्मूलन है ।

यह अभियान महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका के संयुक्त तत्वाधान में शुरू किया जा रहा जो एक जन आंदोलन है। इसके पीछे विचार यह है कि लैंगिक हिंसा के मामलों को चर्चा के केंद्र में लाना और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए उपलब्ध नियमों व उपलब्ध तंत्र व उपायों के जरिए उनकी समस्या या शिकायतों के समाधान की जानकारी प्रदान किया जाएगा । मौके पर जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार के द्वारा प्रजेनटेशन के माध्यम से ‘नई चेतना अभियान पहल बदलाव की ओर’ पर प्रस्तुति दिया गया । प्रस्तुति के क्रम में बताया गया की सभी कार्यालयों में आईसीसी का गठन किया जाना है, रैली एवं सभी विद्यालयों में आरटीई एवं पीओएसएच के विषय पर सत्र आयोजित किया जाएगा। विद्यालय ,महावियालय में पेंटिग, भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता आयोजित किया जाएगा । आईसीसी एवं पोओएसएच विषय पर जागरूकता कार्यक्रम किया जायेगा। सभी प्रखंडों में प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में सखी वार्ता का आयोजन किया जाएगा । जिसमें प्रखंड के सभी जीविका दीदी भाग लेंगी। नाइट कैंडल वाक निकाला जाएगा। जिले के 30 पंचायतों में बाल सभा का आयोजन प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत के सहयोग से किया जाएगा। आगनवाड़ी/सीएलएफ/वीओ/ग्राम संगठन/पंचायत स्तर पर इत्यादि स्थानों पर लिंग आधारित हिंसा व समानता पर शपथ व कार्यक्रम किया जाएगा।
मौके पर जिलाधिकारी अमरेंद्र कुमार ने कहा कि लैंगिक हिंसा का सभ्य समाज में कोई जगह नहीं है I उन्होंने आगे यह भी बताया कि लैंगिक हिंसा के सम्बन्ध में बने कानूनों का पालन करना आवश्यक है जिसके लिए जरुरी है जन जागरूकता बढ़े इसलिए इस अभियान को सफल बनाएं I उन्होंने आगे कहा कि बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं अभी भी लिंग आधारित हिंसा को सामान्य मानते हैं । यह दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है । बदलाव लाने के लिए हम एक महीने का अभियान शुरू कर रहे हैं। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जिस कार्यालयों में आईसीसी का गठन यदि नही हुआ है तो अविलंब आइसीसी गठन कर लें। इस दौरान नई चेतना अभियान में संबंधित पदाधिकरी सहयोग करें। उपविकास आयुक्त सुधीर कुमार ने कहा कि सबसे ज्यादा संस्कार पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि संस्कारित व्यक्ति कोई भी हिंसा नहीं करेगा। अधिवक्ता बबिता कुमारी ने कहा कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां महिला को पूजा जाता है, महिला को सर्वप्रथम महिला ही परेशान करती है इसलिए इस मनोदशा को भी बदलने की आवश्यकता है। लेखा पदाधिकारी,महिला एवं बाल निगम राशि द्विवेदी द्वारा बताया गया कि लिंग आधारित हिंसा की जड़ें लैंगिक भेदभाव तक जाती है। किसी भी तरह की हिंसा गलत है और किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य योग्य नहीं है। शारीरिक, मानसिक ,और आर्थिक हिंसा को पहचानते हुए इसका प्रतिकार करना होगा।
उन्होंने आगे यह भी बताया कि जीविका दीदी तथा अंतिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की भूमिका सबसे अहम है । वन स्टॉप सेंटर के केंद्र प्रशासक पूनम कुमारी ने बताया कि हिंसा सिर्फ एक तरफ से नहीं होती है। लेकिन ज्यादातर हिंसा पुरुषों के तरफ से किया जाता है। महिलाओं को डरने कि आवश्यकता नहीं है यदि कोई हिंसा उनके साथ किया जाता है तो वो अपनी बात वन स्टॉप सेंटर में कह सकती है। जिला परियोजना प्रबंधक जीविका पिंटू कुमार ने बताया कि जीविका दीदी अधिकार केंद्र के माध्यम से अपने अधिकार को जान सकती है या फिर अपनी समस्या को बता सकती है जिसको वन स्टॉप सेंटर से समन्वय स्थापित कर दूर किया जाएगा। मौके पर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी प्रखंड परियोजना प्रबंधक जीविका, केएसएस कॉलेज प्राचार्य,महिला थाना प्रभारी, जीविका दीदी, परामर्शी, सभी महिला पर्यवेक्षिका, बबिता कुमारी अधिवक्ता,जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार, लैंगिक विशेषज्ञ नवीन कुमार, प्रधान सहायक प्रशांत रंजन ,भारती कुमारी, आईएंडपीआरडी प्रधान सहायक जितेंद्र कुमार सिन्हा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।