रोडवेज में लॉटरी के जरिये हुई कंडक्टरों की नियुक्ति

मथुरा: लॉटरी से आवास और जमीन आवंटन तो आपने सुना होगा लेकिन नौकरी के लिए अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग नहीं सुनी होगी. सेवायोजन कार्यालय के जरिए रोडवेज में हाल के दिनों हुई कंडक्टरों की भर्ती लॉटरी के जरिए ही हुई है. इसमें कुछ अच्छे अंक पाने वाले अभ्यर्थी छूट गए और कुछ अभ्यर्थी कम नंबर के बाद भी शार्ट लिस्ट हुई सूची में शामिल हो गए.
वर्तमान व्यवस्था के अनुसार रोडवेज के लिए आउटसोर्स कंडक्टरों की जो भर्ती निकली उसमें आनलाइन आवेदन करना था. ये आवेदन सेवायोजन कार्यालय में गए. सेवायोजना कार्यालय ने तीन ग्रुप में बांटकर रैंडम (लॉटरी) पद के सापेक्ष तीन गुना करीब 1200 लोगों को शार्ट लिस्ट किया. सूची में कुछ अच्छे अंक वाले अभ्यर्थी बाहर हो गए और कम नंबर वाले कुछ अभ्यर्थी सूची में आ गए. पद के सापेक्ष तीन गुना अभ्यर्थियों को शार्ट लिस्ट कर सेवायोजन कार्यालय ने सूची को रोडवेज प्रशासन को भेज दिया. यहां रोडवेज प्रशासन ने इन 1200 अभ्यर्थियों में से मेरिट के आधार पर 406 लोगों की सूची बनाई.
रोडवेज में आउटसोर्स पर 406 पदों पर हुई है कंडक्टरों की भर्ती, सेवायोजन ने पद के तीन गुना अभ्यर्थियों की सूची रोडवेज को भेजी

कंडक्टर की भर्ती के लिए अभ्यर्थियों के आनलाइन आवेदन आने के बाद सेवायोजन कार्यालय द्वारा अभ्यर्थियों को शार्ट लिस्ट कर आउटसोर्स कंपनी और रोडवेज प्रशासन को सौंप दिया, जहां से मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ.
क्या है अर्हता और वेतन
कंडक्टर को वेतन भुगतान किलोमीटर के हिसाब से किया जाता है. एक किलोमीटर पर 1.30 पैसा का भुगतान होता है. एक कंडक्टर औसतन महीने में 10 से 11 हजार किलोमीटर सेवा देता है. इस हिसाब से 12 से 15 हजार रुपये ही आमदनी होती है. पद के लिए आर्हता इंटर और सीसीसी है.
406 पदों के लिए भर्ती
चयनित कंपनी के जरिए गोरखपुर जोन में 406 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई और तय समय में पूरी हो गई. करीब 12 हजार आवेदन आए थे. हालांकि तैनाती के पहले किन्हीं तकनीकी कारणों से तैनाती पर अस्थाई रोक है. प्रबंधन के अनुसार शासन से निर्देश आते ही तैनाती शुरू कर दी जाएगी.
करीब 12000 आवेदन हुए थे. इसमें रैंडेमाइजेश कर 1200 छात्रों को शार्ट लिस्ट की सूची हमारे पास आई थी. उसी सूची में हमने मेरिट के आधार पर 406 अभ्यर्थियों की सूची फाइनल की.
– पीके तिवारी, आरएम रोडवेज