आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने में जुटी एसआईटी

शिमला। क्रिप्टो करंसी स्कैम को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ एसआईटी चार्जशीट तैयार करने में जुट गई है। अब तक की जांच में पूरे घोटाले के मास्टर माइंड 4 लोग उभर कर सामने आए हैं। इनमें अभिषेक, हेमराज और सुखदेव के साथ ही दुबई फरार हुआ सुभाष शर्मा शामिल है। जांच में सामने आया है कि करोड़ों रुपए के स्कैम को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने पूरा होमवर्क किया था। शातिर आरोपियों ने पहले ही पूरी प्लानिंग कर दी थी कि किस तरह से चेन को आगे बढ़ाया जाएगा और लोगों का विश्वास जीतने के लिए कब-कब क्या-क्या कदम उठाएंगे। इसी कड़ी में आरोपियों ने पहले ऐसे लोगों को जोड़ा, जो एक साथ ज्यादा राशि निवेश करने में सक्षम थे और लोगों के बीच उनकी अच्छी पैठ थी।

रणनीति के तहत ही अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों को भी जोड़ा गया और उनके माध्यम से ही चेन को आगे बढ़ाया गया। निवेशकों को विदेशी दौरे पर ले जाया गया ताकि वे चेन को आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात काम करें। इसमें शातिर आरोपी सफल भी हुए और 3 वर्षों में ही अढ़ाई लाख से अधिक आईडी बनाई गईं। आरोपी निवेशकों से अधिकतर राशि कैश में लेकर ऐश करते रहे जबकि निवेशकों को वैबसाइट पर डिजिटल करंसी को ग्रोथ करते दर्शाते रहे। ऐसे में निवेशक भी रोजाना हजारों रुपए की ग्रोथ होती देख अपने परिचितों को आगे जोड़ते चले गए, जिसके फलस्वरूप आरोपी 500 करोड़ से अधिक के घोटाले को अंजाम देने में कामयाब रहे।
मामले में बीते दिन गिरफ्तार किए गए 8 आरोपियों से पूछताछ का दौर जारी है। जांच में सामने आया है कि सभी ने 2 करोड़ से अधिक का प्रॉफिट इस स्कैम के माध्यम से लिया। ऐसे में सभी की संपत्तियों का भी पता लगाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो दिल्ली से गिरफ्तार किए गए अभिषेक से पूछताछ के दौरान कई अन्य राज खुल सकते हैं। क्रिप्टो करंसी स्कैम के तहत मंडी, हमीरपुर व कांगड़ा जिले के लोगों का अधिक पैसा डूबा है। सूत्रों की मानें तो मंडी जिले में कुछ लोगों ने अपनी जमीन तक बेची तो कुछ ने लोन लेकर भी निवेश किया। अब वे खुद को ठगा-सा महसूस कर रहे हैं।