जयपुर शहर में बच्चों के लिए आयोजित की गई पॉजिटिव प्यूबर्टी वर्कशॉप

राजस्थान बच्चों को शारीरिक परिवर्तन, प्रकृति, सामान्य स्वच्छता, सामाजिक परिवर्तन जैसे विषयों को मनोरंजक गतिविधियों, प्रश्नोत्तरी और खेलों के माध्यम से समझाया गया। मौका था संस्था फैनोवेट और कोगाटा फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘ब्रेकिंग द वॉल ऑफ साइलेंस’ किड्स पॉजिटिव प्यूबर्टी वर्कशॉप का। कार्यक्रम के दौरान देश की जानी-मानी सेक्स-एजुकेटर, पॉस्को ट्रेनर, TEDx स्पीकर और लेखिका अंजू किश ने बच्चों को बचपन से लेकर यौन अवस्था तक होने वाले बदलावों के बारे में बताया। होटल हिल्टन में आयोजित इस कार्यक्रम के तहत कार्यशाला में शहर के कई बच्चों ने हिस्सा लिया. इस दौरान बच्चों के परिजनों ने उनका साथ दिया और उनके साथ क्विज और गेम्स में हिस्सा लिया.

कार्यक्रम में अंजू किश ने अभिभावकों को अपने बच्चों से खुलकर बात करने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि अपने बच्चों के सवालों को न रोकें, उन्हें फिल्मों, स्कूल या लोगों के बीच होने वाली बातें समझाएं। बच्चों को कुछ नए शब्दों या इशारों का प्रयोग करने से न रोकें, बल्कि उन्हें बताएं कि यदि वे इन शब्दों का प्रयोग करेंगे तो इसके क्या परिणाम होंगे
। अगर उन्हें अपने प्रश्नों के उत्तर नहीं मिलेंगे तो वे आधा ज्ञान गलत लोगों से या इंटरनेट से प्राप्त करेंगे। बेहतर होगा कि आप उन्हें सही और गलत का अंतर बताएं। अभिभावकों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान वक्ता ने 4 से 21 वर्ष तक के बच्चों के अभिभावकों को सलाह दी कि वे अपने बच्चों में प्राकृतिक रूप से होने वाले यौन परिवर्तन के दौरान अपनी झिझक दूर करें और उन्हें प्यार और संवेदनशीलता से संभालें. जिससे इन बच्चों की भावनात्मक और मानसिक सकारात्मकता और आत्मविश्वास में कोई कमी नहीं आएगी।