सामुदायिक पुस्तकालय से 40 हजार छात्र-छात्राएं जुड़े

मुजफ्फरपुर: सामुदायिक पुस्तकालय से सपने साकार हो रहे हैं. दो माह में इससे 40 हजार छात्र जुड़े. ग्रामीण शिक्षा को बढ़ावा देने को जीविका की ओर से सूबे के 100 प्रखंडों में खुले सामुदायिक पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्र से छात्र-छात्राएं सफलता पा रहे हैं.
अगस्त तक इन पुस्तकालयों में 20 हजार छात्र अध्ययन या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 60 हजार हो गई. इस सामुदायिक पुस्तकालय से ऐसे छात्र -छात्राएं जुड़े हैं, जो किसी कारणवश शिक्षा से वंचित थे. या तैयारी नहीं कर पा रहे थे. इसके साथ ही ऐसे विद्यार्थी जो मेधावी हैं, लेकिन किताबें खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं या जिन्हें कॅरियर निर्माण के लिए मार्गदर्शन नहीं मिल पाता था, वैसे विद्यार्थी इस पुस्तकालय से जुड़े हैं.

मालूम हो कि पुस्तकालयों में अधिक से अधिक छात्रों को पढ़ने के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की किताबों की संख्या भी बढ़ाई गई है. प्रत्येक पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षा, प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए 600 किताबें रखी गई हैं.
कॅरियर विकास केंद्र से मिल रही कामयाबी
पुस्तकालय से विद्यार्थियों को सफलता भी मिल रही है. हाल ही में चार विद्यार्थियों को जीविका पुस्तकालय से मदद मिली. नवादा के राजीव रंजन, बिहटा के परेव की निशा कुमारी और पवन कुमार को जीविका लाइब्रेरी से पाठॺसामग्री उपलब्ध कराई गई. समय- समय पर इनकी काउंसलिंग हुई. तीनों परीक्षा में उत्तीर्ण हुए. एमबीए के लिए विकास प्रबंधन संस्थान में इनका चयन हुआ. इन छात्रों को 100छात्रवृत्ति मिली है. वहीं खुसरूपुर के बैकठपुर में खुले पुस्तकालय में छात्रा अनिता ने तैयारी की. अब वह एक एयरलाइंस कंपनी में एयर होस्टेस का प्रशिक्षण ले रही हैं.