
प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने खैर की लकडिय़ों से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़ी है। रेंजर मनोज कुमार औदिच्य ने बताया कि रात्रि नियमित गश्त के दौरान वन नाका आरामपुरा के जंगल मे वाकली पुलिया पर टीम पहुंची। इसी दौरान रात्रि 12 बजे तीखी मंगरी पर एक ट्रैक्टर की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद टीम आवाज वाली जगह पर पहुंची। जहा एक ट्रैक्टर में खैर की लकड़ियों से भरी हुई थी। टीम की कार्यवाही के दौरा ट्रैक्टर चालक एवं अन्य लोग मौके से फरार हो गए। तलाशी के दौरान ट्रॉली में खैर की लकडिय़ों के 23 गट्टे भरे हुए थे। विभाग ने इसे वन्यजीव अधिनियम 1972 में पकड़ा। इसके बाद अनुसंधान शुरू किया।
आमजन को अस्पतालों में मिल रही चिकित्सा सुविधाओं को परखने के लिए विभागीय अधिकारियों ने गुरूवार को सवेरे 9 बजे से एक साथ अलग-अलग स्थानों पर अपने अधीनस्थ चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाई गई। कमियों को सुधारने के लिए संबंधित चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ.रवि प्रकाश माथुर द्वारा बुधवार को एक आदेश जारी किया गया। जिसमें बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग सुदृढ करने के लिए 28 दिसंबर को सुबह 9 बजे से 9.30 बजे के बीच सम्पूर्ण राज्य में यह कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया। निदेशक (जन स्वास्थ्य) के निर्देश की पालना में पाली सीएमएचओ डॉ. वीडी मीना ने गुरूवार सवेरे 9 बजे से ही अरनोद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। आरसीएचओ डॉ. जगदीप खराड़ी ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बगवास का निरीक्षण, एवं बीसीएमओ ने अपने अपने क्षेत्र की पीएचसी पर औचक निरीक्षण किया। इन अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान चिकित्सा संस्थान में पदस्थापित कार्मिकों की समय पर उपस्थिति, दवाईयों एवं जांचों की उपलब्धता, मरीजों को दी जाने वाली गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ, साफ-सफाई एवं क्षेत्र में मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए की जा रही कार्यवाही के बारे में व्यवस्थाएं जांची और निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को सुधारने के लिए अपने अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।