डेंगू के 90 मरीज ICU में, सीएमओ के निर्देश पर स्वास्थ्य टीम एक्टिव मोड में

यूपी। डेंगू का डंक इस बार पिछले वर्षों के मुकाबले ज्यादा हमलावर है। डेंगू के 60 फीसदी मरीजों में खतरनाक डेन-2 स्ट्रेन मिला है। 40 फीसदी में डेन-1 व डेन-3 पाया गया है। वहीं, डेन-4 स्ट्रेन किसी भी मरीज में नहीं मिला है। इसका खुलासा पीजीआई माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा आईसीयू में भर्ती 90 मरीजों के सैंपल के सीरो सर्वे में हुआ है। यह रिपोर्ट पीजीआई माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉ. अतुल गर्ग ने तैयार की है। उन्होंने रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय को सौंपी है।

पीजीआई के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉ. अतुल गर्ग ने बताया कि डेंगू मरीजों में स्ट्रेन का पता लगाने के लिए अक्तूबर में 90 मरीजों के नमूने लेकर लैब में जांच की गई। सीरो सर्वे जांचे गए नमूने पीजीआई के आईसीयू में भर्ती मरीजों के हैं। इनमें 54 मरीजों में डेंगू का डेन-दो स्ट्रेन मिला है। जबकि 36 मरीज में डेन एक व तीन मिला है। संस्थान ने सीरो रिपोर्ट 11 नवम्बर को तैयार की है।
डॉ. अतुल गर्ग ने बताया कि डेंगू के चारों स्ट्रेन में डेन-दो सबसे खतरनाक माना जाता है। भर्ती मरीजों में सबसे ज्यादा यही स्ट्रेन मिला है। हालांकि इस बार डेन-2 स्ट्रेन बीते सालों के मुकाबले ज्यादा घातक नहीं है। बेशक डेंगू मरीज ज्यादा मिल रहे हैं, लेकिन अभी तक अस्पतालों में भर्ती को लेकर हाहाकार नहीं मचा। इक्का दुक्का की मौत हुई है। बाकी मरीज एक हफ्ते से 15 दिन में ठीक हो गए। उन्होंने बताया कि डेन-4 स्ट्रेन बहुत दुर्लभ मिलता है। इस बार भोपाल में डेंगू मरीज में यह स्ट्रेन मिला है।