नई व्यवस्था नहीं बनी तो विश्व का अस्तित्व खतरे में

लखनऊ: सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 24वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ के तीसरे दिन आज 61 देशों से मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों एवं कानूनविदों ने जोरदार शब्दों में नई विश्व व्यवस्था की आवाज उठाई. सीएमएस कानपुर रोड प्रेक्षागृह में हुए सम्मेलन में कानूनविदों ने एक मत से कहाकि यदि नई विश्व व्यवस्था शीघ्र नहीं बनी तो दुनिया का अस्तित्व खतरे में है.
चर्चा-परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं नोएडा इण्टरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर डा. विक्रम सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 51 पूरे विश्व में शान्ति एवं सद्भावना का प्रसार करता है. मोजाम्बिक के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एडेलिनो मैनुअल मुचांगा ने कहाकि मानव अधिकारों का सम्मान किए बिना शांति की स्थापना नहीं की जा सकती. अंगोला सुप्रीम कोर्ट के प्रेसीडेन्ट न्यायमूर्ति डा. जोएल लियोनार्डो ने राजनेताओं और नीति निर्माताओं की उत्तरदायित्त्व सुनिश्चित करने के लिए एंटी-करप्शन कोर्ट की स्थापना का सुझाव दिया. बेनिन हाईकोर्ट की प्रेसीडेन्ट न्यायमूर्ति सेसिल मैरी ज़िनज़िन्दोऊ कहाकि विश्व की समस्यायें अब वैसी नहीं है, जैसी संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के समय थी. मॉरीशस सुप्रीम कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीबी रेहाना मुंगली-गुलबुल , सीएमएस संस्थापक जगदीश गांधी ने भी संबोधित किया. शाम को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुए रात्रि भोज में मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे.

उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ संयुक्त मोर्चा प्रदेशव्यापी प्रदर्शन करेगा. सभी जनपदों में मांग से जुड़े ज्ञापन दिए जाने का एलान संघ प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने किया है. प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि सेवा सुरक्षा कि धारा 21, 18 और 12 की वापसी, पुरानी पेंशन बहाली के साथ शिक्षा व्यवस्था में आउटसोर्सिंग को समाप्त करना मुख्य मांगें हैं.
शिवाजीपुरम में एबीसी से कनेक्शन दिया जाए
इंदिरा नगर आवासीय महासमिति ने मुंशीपुलिया डिवीजन के एक्सईएन से शिवाजीपुरम गली नंबर-14 में बिजली उपभोक्ताओं को एबीसी से कनेक्शन देने की मांग की. महासमिति के महासचिव सुशील कुमार ‘बच्चा’ ने कहा कि पिछले महीने एबीसी लाइन बिछाई गई लेकिन कनेक्शन नहीं दिए गए. नतीजतन जर्जर तारों में आये दिन शॉर्ट सर्किट से विद्युत दुर्घटनाएं हो रही हैं.